सांसद मौलाना बदरुद्दीन ने नागरिकता संशोधन बिल का किया विरोध, बोले, ये- Divide and Rule
नागरिकता संशोधन विधेयक पर सोमवार को लोकसभा में हंगामा। सदन के बाहर भी हुआ विरोध
वीडियो डेस्क। नागरिकता संशोधन विधेयक पर सोमवार को लोकसभा में हंगामा हो गया। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने विधेयक पर चर्चा के दौरान कहा कि 1947 में आए शरणार्थियों को नागरिकता मिली, तभी मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री और लालकृष्ण आडवाणी उप-प्रधानमंत्री बने। यह बिल किसी का अधिकार नहीं छीनता। इससे पहले शाह ने विधेयक को सदन के पटल पर रखा था। इसके बाद विपक्षी दलों ने इसे पेश करने का विरोध किया। उन्होंने इसे अल्पसंख्यक विरोधी करार दिया। असम के धुबरी से सांसद मौलाना बदरुद्दीन अजमल ने इस बिल का विरोध किया। उन्होंने कहा कि इस बिल से हिन्दू-मुस्लिम को बांटने की कोशिश है ये संविधान के खिलाफ है। आपके बतादें बदरुद्दीन अजमल धुबरी से लगातार 3 बार लोकसभा चुनाव में जीतें हैं।