चुनावों में नशीले पदार्थों ने तोड़े सारे रिकोर्ड...आखिर किसे हुआ इसका फायदा?

वीडियो डेस्क। दिल्ली के विधानसभा चुनाव जिन्होंने पूरे देश की निगाह को राजधानी पर टिका दिया। कहीं मुद्दों को भुनाया गया तो बयान बाजी का ऐसा दौर चला कि देश की राजनीति को नई दिशा देने की बात करने वाले राजनेता शब्दों की मर्यादा ही भूल गए। तो वहीं चुनाव के शोर गुल के बीच मतदाताओं को लुभाने के लिए इस्तेमाल होने वाले नशीले पदार्थों की बरामदगी भी इस बार चौकाने वाली रही। 

/ Updated: Feb 11 2020, 01:24 PM IST

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वीडियो डेस्क। दिल्ली के विधानसभा चुनाव जिन्होंने पूरे देश की निगाह को राजधानी पर टिका दिया। कहीं मुद्दों को भुनाया गया तो बयान बाजी का ऐसा दौर चला कि देश की राजनीति को नई दिशा देने की बात करने वाले राजनेता शब्दों की मर्यादा ही भूल गए। तो वहीं चुनाव के शोर गुल के बीच मतदाताओं को लुभाने के लिए इस्तेमाल होने वाले नशीले पदार्थों की बरामदगी भी इस बार चौकाने वाली रही। 
दिल्ली में चुनाव दर चुनाव आपराधिक छवि के उम्मीदवारों की बढ़ती आमद के साथ ही चुनाव में मतदाताओं को लुभाने के लिये इस्तेमाल होने वाली अवैध सामग्री, खासकर नशे ने भी पिछली बार का रिकार्ड तोड़ दिया। दिल्ली के विधानसभा चुनाव में सुरक्षा एजेंसियों द्वारा जब्त किए गए नशीले पदार्थों में गांजे की भारी मात्रा में बरामदगी की गई। 
चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक पिछले चार विधानसभा चुनाव में गंभीर आपराधिक मामलों में फंसे उम्मीदवारों की हिस्सेदारी 2008 में चार फीसदी से बढ़कर 2020 में 15 फीसदी हो गयी है, वहीं इस चुनाव में नशीले पदार्थों की जब्ती, पिछले चुनाव की तुलना में लगभग 24 गुना तक ज्यादा हुई।
चुनाव में अवैध सामग्री की धरपकड़ संबंधी आयोग की रिपोर्ट के अनुसार 2015 के विधानसभा चुनाव में जब्त की गयी अवैध शराब, नशीले पदार्थ और कीमती धातुओं की कीमत 2.42 करोड़ रुपये थी। वहीं, इस चुनाव में छह जनवरी को आचार संहिता लागू होने के बाद छह जनवरी 2020 से एक फरवरी 2020 तक 49 करोड़ रूपए मूल्य से ज्यादा की शराब, नशीले पदार्थ और कीमती धातुएं जब्त की गईं।
सुरक्षा एजेंसियों के लिये कुल 161 किलो ग्राम से अधिक जब्त किये गये नशीले पदार्थों में गांजे की सर्वाधिक मात्रा 123 किलो ग्राम सुरक्षा एजेंसियों के लिये चौंकाने वाला साबित हुआ। चुनाव के दौरान अवैध सामग्री की धरपकड़ अभियान से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि चुनाव में मांग के अनुरूप नशीले पदार्थों की अवैध आपूर्ति करवायी जाती है। 
छह जनवरी 2020 से एक फरवरी 2020 के बीच पुलिस और आयकर विभाग ने 9 करोड़,02 लाख 22 हजार 340 रूपये की नकदी जब्त करने के साथ ही 1 करोड़ 91 लाख12 हजार 281 रूपये मूल्य की लगभग 72 हजार लीटर शराब जब्त की गई। इतना ही नहीं करोड़ों रुपये के मादक पदार्थ और सोना चांदी और आभूषण भी बरामद किए गए।