एक्सप्लेनर: न्यूयॉर्क में हुई इमरान खान की किरकिरी, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के बयान के क्या मायने ?

दुनियाभर में कश्मीर का रोना रो चुके पाकिस्तान की एक बार फिर किरकिरी हो गई। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने पाक प्रधानमंत्री इमरान खान के साथ संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की जिसमें ट्रम्प ने एक दिन पहले हुए हाउडी मोदी कार्यक्रम की जमकर तारीफ की। पीसी के दौरान कश्मीर मुद्दे पर मध्यस्थता के सवाल का जवाब देते हुए राष्ट्रपति ट्रम्प ने कहा कि वह इस मुद्दे पर मध्यस्थता करने के लिए तैयार है, लेकिन इसके लिए भारत की सहमति भी जरूरी है। 

/ Updated: Sep 24 2019, 05:49 PM IST
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एक्सप्लेनर: दुनियाभर में कश्मीर का रोना रो चुके पाकिस्तान की एक बार फिर किरकिरी हो गई। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने पाक प्रधानमंत्री इमरान खान के साथ संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की जिसमें ट्रम्प ने एक दिन पहले हुए हाउडी मोदी कार्यक्रम की जमकर तारीफ की। पीसी के दौरान कश्मीर मुद्दे पर मध्यस्थता के सवाल का जवाब देते हुए राष्ट्रपति ट्रम्प ने कहा कि वह इस मुद्दे पर मध्यस्थता करने के लिए तैयार है, लेकिन इसके लिए भारत की सहमति भी जरूरी है। उन्होंने कहा कि भारत इसे द्वीपक्षीय मुद्दा मानता है और शुरू से ही तीसरे पक्ष के दखल से मना करता आया है। विदेशी मामलों के जानकार शिव अनुराग पटैरिया से समझे यूएस प्रेसीडेंट डोनाल्ड ट्रम्प के बयान के मायने।


मोदी ने काफी आक्रामक बयान दिया-ट्रम्प
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘किसी भी समय मैं एक बहुत अच्छा मध्यस्थ साबित होउंगा।’’ ट्रम्प ने खान की मौजूदगी में ‘हाउडी, मोदी’ महारैली की प्रशंसा की और कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी का ‘‘काफी आक्रामक बयान’’ सुना। उन्होंने ह्यूस्टन में एनआरजी स्टेडियम में 50,000 लोगों के जनसमूह का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘इसे वहां काफी अच्छा समर्थन मिला।’’ रविवार को रैली में मोदी ने आतंकवाद के खिलाफ ‘‘निर्णायक लड़ाई’’ का आह्वान करते हुए आतंकवाद का समर्थन करने पर पाकिस्तान पर निशाना साधा और कहा कि अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को निरस्त करने के भारत के फैसले से उन लोगों को दिक्कत हुई जो अपने देश को नहीं संभाल सकते। खान के साथ मीडिया से बातचीत में ट्रम्प ने बार-बार पाकिस्तानी पत्रकारों को झिड़का और एक बार तो एक पत्रकार से यह तक कह दिया कि क्या वह पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा है।