डर-डर कर गुजरे दिन, एक-एक धमाके से कांपती थी रूह... चंडीगढ़ पहुंचे छात्रों से सुनिए यूक्रेन की कहानी

वीडियो डेस्क। यूक्रेन से अब काफी संख्या में स्टूडेंट भारत पहुंच रहे हैं लेकिन जिस तरह के हालात वह बता रहे हैं वह सुनकर आप दंग रह जाएंगे और उनके मुंह से एक ही बात निकल रही है कि वह कभी मुड़कर यूक्रेन नहीं जाएंगे। यूक्रेन से चंडीगढ़ लौटे 3 स्टूडेंट से एशियानेट न्यूज ने बातचीत की। 

/ Updated: Mar 04 2022, 10:40 AM IST
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वीडियो डेस्क। यूक्रेन से अब काफी संख्या में स्टूडेंट भारत पहुंच रहे हैं लेकिन जिस तरह के हालात वह बता रहे हैं वह सुनकर आप दंग रह जाएंगे और उनके मुंह से एक ही बात निकल रही है कि वह कभी मुड़कर यूक्रेन नहीं जाएंगे। यूक्रेन से चंडीगढ़ लौटे 3 स्टूडेंट से एशियानेट न्यूज ने बातचीत की। शैली , सौरभ उपाध्याय और शुभम यह तीनों स्टूडेंट गुरुवार शाम को चंडीगढ़ पहुंचे। सौरभ उपाध्याय हिमाचल के डलहौजी के रहने वाले हैं जबकि शैली और शुभम चंडीगढ़ के रहने वाले हैं। शैली ने वहां के हालात बताएं और यह भी बताया कि वहां पर जो पाकिस्तान की स्टूडेंट फंसे हुए हैं वह भी इंडियन फ्लैग लगाकर निकल रहे थे क्योंकि इंडियन स्टूडेंट को आराम से निकलने दिया जा रहा था इसलिए पाकिस्तान के जो स्टूडेंट वहां फंसे थे वह भी भारतीय झंडा लगाकर वहां से निकल रहे थे। वही सौरभ उपाध्याय और शुभम का कहना था कि उन्होंने पिछले 1 हफ्ते से वह रेल में सफर कर रहे थे और रेल में सफर करके सुरक्षित भारत पहुंच पाए हैं वहां रेल की लाइट बंद कर देते थे क्योंकि रूस जिस तरह से हमले कर रहा था वहां एक हफ्ते में उन्होंने डर डर कर दिन गुजारे और वो शुक्रगुजार हैं कि वह यहां वापस पहुंच पाए हैं।