25 जनवरी से शुरू हो रहे हैं गुप्त नवरात्र, मां को प्रसन्न करने के लिए 9 दिन इन चीजों से लगाएं भोग

माघ मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से नवमी तिथि तक गुप्त नवरात्र का पर्व मनाया जाता है। इस बार ये उत्सव 25 जनवरी, शनिवार से 3 फरवरी, सोमवार तक मनाया जाएगा। तिथियों के बढ़ने से इस बार गुप्त नवरात्र 10 दिन के होंगे। देवी पुराण के अनुसार, नवरात्र में पहले दिन से लेकर अंतिम दिन तक देवी को विशेष भोग अर्पित करने तथा बाद में इसे गरीबों को दान करने से व्यक्ति की हर मनोकामनाएं पूरी हो सकती है। गुप्त नवरात्र में किस तिथि पर देवी मां को किस चीज का भोग लगाएं, 

/ Updated: Jan 24 2020, 03:50 PM IST

Share this Video
  • FB
  • TW
  • Linkdin
  • Email

वीडियो डेस्क। माघ मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से नवमी तिथि तक गुप्त नवरात्र का पर्व मनाया जाता है। इस बार ये उत्सव 25 जनवरी, शनिवार से 3 फरवरी, सोमवार तक मनाया जाएगा। तिथियों के बढ़ने से इस बार गुप्त नवरात्र 10 दिन के होंगे। देवी पुराण के अनुसार, नवरात्र में पहले दिन से लेकर अंतिम दिन तक देवी को विशेष भोग अर्पित करने तथा बाद में इसे गरीबों को दान करने से व्यक्ति की हर मनोकामनाएं पूरी हो सकती है। गुप्त नवरात्र में किस तिथि पर देवी मां को किस चीज का भोग लगाएं, इसकी जानकारी इस प्रकार है…
1. प्रतिपदा तिथि (25 जनवरी, शनिवार) पर माता को घी का भोग लगाएं तथा दान करें। इससे बीमारियों से छुटकारा मिल सकता है।
2. द्वितीया तिथि (26 जनवरी, रविवार) को माता को शक्कर का भोग लगाएं। ये उपाय करने से उम्र बढ़ती है।
3. तृतीया तिथि (27 जनवरी, सोमवार) को माता को दूध चढ़ाएं। ऐसा करने से सभी प्रकार के दु:खों से मुक्ति मिलती है।
4. चतुर्थी तिथि (28 (मंगलवार) व 29 जनवरी, बुधवार) को माता को मालपुए का भोग लगाएं। इससे समस्याओं का अंत होता है।
5. पंचमी तिथि (30 जनवरी, गुरुवार) को माता को केले का भोग लगाएं। इससे परिवार में सुख-शांति बनी रहेगी।
6. षष्ठी तिथि (31 जनवरी, शुक्रवार) पर माता को शहद का भोग लगाएं। इससे धन प्राप्ति के योग बनते हैं।
7. सप्तमी तिथि (1 फरवरी, शनिवार) को माता को गुड़ का भोग लगाएं तथा दान भी करें। इससे गरीबी दूर हो सकती है।
8. अष्टमी तिथि (2 फरवरी, रविवार) को माता को नारियल का भोग लगाएं। इससे परेशानियां दूर होती हैं।
9. नवमी तिथि (3 फरवरी, सोमवार) को देवी को विभिन्न प्रकार के अनाजों का भोग लगाएं। इससे जीवन का हर सुख मिल सकता है।