सपा छोड़ कांग्रेस में शामिल हुई रीता यादव ने कहा, 'अखिलेश यादव ने महिलाओं का ध्यान नहीं दिया'
रविवार को कांग्रेस द्वारा जिला स्तर पर शुरु हुए लड़की हूं लड़ सकती हुं कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए कांग्रेसियों ने सपा नेत्री रीता यादव का फूल-माला पहनाकर स्वागत करते हुए किया। रीता यादव ने गत 16 नवंबर को पूर्वांचल एक्सप्रेस वे के लोकार्पण कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी को काला झंडा दिखाया था।
सुलतानपुर: मेनका गांधी के संसदीय क्षेत्र सुलतानपुर में कांग्रेस (Congress) ने सपा (SP) को बड़ी पटकनी दी है। रविवार को कांग्रेस द्वारा जिला स्तर पर शुरु हुए लड़की हूं लड़ सकती हुं (Ladki hun Lad Sakti Hun) कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए कांग्रेसियों ने सपा नेत्री रीता यादव का फूल-माला पहनाकर स्वागत करते हुए किया। रीता यादव (Rita Yadav) ने गत 16 नवंबर को पूर्वांचल एक्सप्रेस वे के लोकार्पण कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी को काला झंडा दिखाया था, इसके लिए उन्हें दो दिनों तक जेल में रहना पड़ा था। जेल से बाहर आने के बाद सपाइयों ने उनका सम्मान नहीं किया तो उन्होंने तीन दिन पूर्व लखनऊ में प्रियंका गांधी के समक्ष कांग्रेस ज्वाइन किया था।
विधानसभा चुनाव में 40 प्रतिशत महिलाओं को कांग्रेस देगी टिकट
कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए कांग्रेस जिलाध्यक्ष अभिषेक सिंह राणा ने मीडिया से कहा था कि उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी ने एक मुहिम चलाई है लड़की हूं लड़ सकती हूं। इसके तहत महिला सशक्तिकरण और विधानसभा चुनाव (Vidhansabha Chunav) में 40 प्रतिशत महिलाओं को टिकट देने का उन्होंने ऐलान किया। साथ ही महिलाओं को साल में तीन सिलेंडर और बसों का सफर मुफ्त देने की घोषणा की। उन्होंने बताया कि इस सबके प्रचार और प्रसार के लिए हर ब्लॉक पर हमारी 15 लोगों की टीम तैयार हो गई है। अभिषेक सिंह ने आगे बताया कि महिलाएं और लड़कियां घर-घर जाकर बताएंगी कि प्रियंका गांधी महिलाओं को लेकर कितनी गंभीर हैं। उन्होंने हमारी शक्ति पद यात्रा भी शुरु हो रही है। लंभुआ और कादीपुर विधानसभा में सोमवार 12 बजे से पद यात्रा निकलेगी। 22 दिसंबर को सदर विधानसभा में पद यात्रा निकलेगी जिसमें 12 सौ महिलाएं रहेंगी। अभिषेक सिंह ने कहा कि सपा-बसपा (BSP) से लोग ऊब चुके हैं। यहां तक की भाजपा (BJP) से भी लोगों का मोह भंग हो चुका है।
'प्रियंका गांधी नारी सशक्तिकरण को एक बार फिर से जिंदा किया'
वहीं रीता यादव ने कहा इतने सालों से संघर्ष किया लेकिन अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने महिलाओं का ध्यान नहीं दिया। इधर प्रियंका गांधी ने जिस तरह से घोषणाएं की और नारी सशक्तिकरण को एक बार फिर से जिंदा किया है। ऐसे में हमें लगता है उनका साथ देना चाहिए और उनकी नीतियों को आगे बढ़ाना चाहिए।