घर परिवार से दूर रहकर दिन-रात लड़ रहे कोरोना से जंग, सुनिए लखनऊ के SGPGI के डॉक्टर का क्या है कहना
कोरोनावायरस के खिलाफ चल रही जंग में समूचा देश एक होकर लड़ रहा है। लेकिन इस जंग में जो रियल कोरोना वारियर बन कर सामने आए हैं वह हैं डॉक्टर और पुलिस। दिन रात अपनी जान की परवाह न करते हुए डॉक्टर लोगों की सेवा में लगे हुए हैं। महीनों तक घर परिवार से दूर रखकर 14 से 16 घंटे तक लगातार काम करने वाले डॉक्टरों के भरोसे ही कोरोना की ये असल लड़ाई है।
लखनऊ(Uttar Pradesh). कोरोनावायरस के खिलाफ चल रही जंग में समूचा देश एक होकर लड़ रहा है। लेकिन इस जंग में जो रियल कोरोना वारियर बन कर सामने आए हैं वह हैं डॉक्टर और पुलिस। दिन रात अपनी जान की परवाह न करते हुए डॉक्टर लोगों की सेवा में लगे हुए हैं। महीनों तक घर परिवार से दूर रखकर 14 से 16 घंटे तक लगातार काम करने वाले डॉक्टरों के भरोसे ही कोरोना की ये असल लड़ाई है। एशियानेट न्यूज हिंदी के संवाददाता उज्जवल सिंह ने लखनऊ के SGPGI के एंडोक्रिनोलोजी डिपार्टमेंट के वरिष्ठ डॉक्टर अजय शुक्ला से बात की। इस दौरान उन्होंने कोरोना के खिलाफ चल रही जंग में डॉक्टरों के रोल के बारे में तमाम बातें शेयर किया ।
डॉक्टर अजय शुक्ला ने बताया कि ये हम लोगों के लिए बिलकुल अलग अनुभव था। लोगों का इलाज करना और घर परिवार से दूर रहना ताकि उन्हें भी इन्फेक्शन न हो। मरीजों के इलाज में दिन भर लगे रहना उन्हें बचाने के साथ ही खुद का भी बचाव करना ये सारी तमाम बातें थीं जो हमारे लिए नई थीं। लेकिन हम लोगों ने जी जान से इसे हैंडल किया और विषम परिस्थितियों में भी कोरोना से लड़ने में सफल रहे। हांलाकि इस पूरी लड़ाई में सरकार का भी सहयोग सराहनीय रहा। खासकर यूपी सरकार का। सरकार ने बिलकुल समय पर लॉकडाउन घोषित किया और उसका सख्ती से पालन करवाते हुए लोगों की जरूरतों को भी ध्यान में रखा। यही कारण है कि हमारे यहां कोरोना मरीजों की स्थिति नियंत्रण के बाहर नही हुई। हमारे प्रयास और सरकार के शानदार फैसले से हमने कोरोना से जीतने में भी कामयाबी पाई है हमारी रिकवरी रेट तेजी से बढी है।