कोरोना संकट में भूखे को भोजन देना हो या बीमार को दवाई...यूपी डायल 112 के ADG असीम अरुण से जानें उनकी स्ट्रेटजी

कोरोना संकट से समूचा विश्व कराह रहा है। भारत में भी कोरोना मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। लेकिन इन सब के बीच कई ऐसे कोरोना वारियर्स हैं जो दिन-रात लोगों की मदद करने में लगे हुए हैं। इस संकट की घड़ी में यूपी पुलिस का जो मानवीय चेहरा सामने आया है वह निश्चित ही एक मिसाल है

/ Updated: Jun 06 2020, 07:29 PM IST

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लखनऊ(Uttar Pradesh).  कोरोना संकट से समूचा विश्व कराह रहा है। भारत में भी कोरोना मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। लेकिन इन सब के बीच कई ऐसे कोरोना वारियर्स हैं जो दिन-रात लोगों की मदद करने में लगे हुए हैं। इस संकट की घड़ी में यूपी पुलिस का जो मानवीय चेहरा सामने आया है वह निश्चित ही एक मिसाल है। लोगों को दवा पहुंचानी हो या जरूरतमंदों को अनाज... हर काम के लिए यूपी पुलिस की इमरजेंसी सेवा डायल 112 दिन रात तैयार है। यूपी डायल 112 के अपर पुलिस महानिदेशक असीम अरुण से हमारे संवाददाता उज्ज्वल सिंह ने ख़ास बातचीत किया। इस दौरान उन्होंने बताया कि किस स्ट्रेटजी के तहत वह और उनकी टीम लोगों की मदद में लगे हुए हैं। 
ADG डायल 112 असीम अरुण ने बताया कि इस कोरोना संकट में पुलिस के सामने काफी चुनौतियां थीं जैसे लोगों से लॉकडाउन का पालन भी करवाना था और उन्हें जरूरत के सामान भी मुहैया करवाने थे। हमारे सामने चुनौतियां थीं कि कहीं ऐसा न हो जाए कि लॉकडाउन में कुछ लोग भूखे न रह जाएं या कुछ बीमारों के पास दवाइयां न पहुंच पाएं। मुख्यमंत्री जी ने ऐसे लोगों को आमंत्रित किया कि वह ऐसी किसी भी समस्या के लिए डायल 112 पर फोन करें। लोगों का फोन आना शुरू हुआ तो हमने भी उनकी मदद कर उनके दुःख-सुख में शामिल होने का एक माध्यम सा बना लिया। लखनऊ विश्वविद्यालय ने भी हमारी काफी मदद की। उन्होंने एक मनोवैज्ञानिक काउंसलर की व्यवस्था की जिन्होंने हमारे नर्वस हो रहे लोगों की काउंसिलिंग की जिससे उन्हें काफी फायदा हुआ।