सार
कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे के चलते हर जगह मास्क और टॉयलेट पेपर की मांग काफी बढ़ गई है, लेकिन इनकी सप्लाई मांग के मुताबिक हो नहीं पा रही है।
हटके डेस्क। कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे के चलते हर जगह मास्क और टॉयलेट पेपर की मांग काफी बढ़ गई है, लेकिन इनकी सप्लाई मांग के मुताबिक हो नहीं पा रही है। इनकी कमी वैसे तो हर जगह है, लेकिन हांगकांग में ये पैसे से भी ज्यादा कीमती माने जा रहे हैं। ऐसा लगता है कि इनके आगे सोना-चांदी भी सस्ता है। हांगकांग में कई दुकानों में पैसों की जगह दुकानदार मास्क और टॉयलेट पेपर लेने लगे हैं। इससे उन्हें फायदा है, क्योंकि वे फिर उन्हें ऊंची कीमतों पर बेच देते हैं। शायद ही कोई ऐसा स्टोर हो, जहां मास्क और टॉयलेट पेपर खरीदने वाले लोगों की भीड़ नजर नहीं आती हो।
सोशल मीडिया पर हुआ वायरल
पैसे की जगह दुकानदारों द्वारा टॉयलेट पेपर और मास्क लिए जाने से जुड़ी एक पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है। एरिका फान नाम की एक यंग लेडी ने फेसबुक पेज पर सिडनी कैफे की तस्वीर पोस्ट कर दी, जिसमें दिखाया गया है कि कैफे में खाने-पीने की चीजों के लिए पैसे की जगह टॉयलेट पेपर लिए जा रहे हैं।
कैफे में दी गई लिखित जानकारी
इसके बारे में कैफे में बाकायदा साइनेज लगा कर कस्टमर्स को जानकारी दी गई है कि यहां पैसे की जगह टॉयलेट पेपर रोल्स स्वीकार किए जाते हैं। बहुत से लोग इसे देख कर हैरत में पड़ जाते हैं। अब यह कह पाना मुश्किल है कि कैफे मालिकों को इस तरह से कितने टॉयलेट पेपर रोल्स मिल पाते हैं, क्योंकि लोगों को भी इसकी काफी जरूरत है।
गिफ्ट में दिए जा रहे टॉयलेट पेपर
कोरोना वायरस की वजह से टॉयलेट पेपर्स की मांग इतनी बढ़ गई है कि हांगकांग में लोग इसे अपने परिचितों को गिफ्ट में दे रहे हैं, वहीं कंपनियां लकी ड्रॉ में इसे ग्राहकों को दे रही हैं। एक कंपनी के बिजनेस डेवलपमेंट हेड का कहना है कि अभी क्लाइंट्स को वाइन गिफ्ट करने से बेहतर है कि उन्हें टॉयलेट पेपर गिफ्ट में दिया जाए। वहीं, कुछ लोग मजाक में यह तक कहने लगे हैं कि कहीं एक दिन टॉयलेट पेपर इंटरनेशनल करंसी का स्थान न ले लें।