सार

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को बंगाल के गंगारामपुर में जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान पीएम ने कहा, बंगाल के लोगों ने सभी चरणों में जिस प्रकार से निर्भीक होकर मतदान किया, शायद उनके जीवन में कई दशकों बाद निर्भीक होकर मतदान करने का मौका आया होगा। 

कोलकाता. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को बंगाल के गंगारामपुर में जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान पीएम ने कहा, बंगाल के लोगों ने सभी चरणों में जिस प्रकार से निर्भीक होकर मतदान किया, शायद उनके जीवन में कई दशकों बाद निर्भीक होकर मतदान करने का मौका आया होगा। 

मोदी ने कहा, ममता दीदी को मां गंगा, भगवान श्रीराम इन दोनों नामों से घृणा है। दीदी, गंगा के किनारे बसे भारतीयों को गाली देती हैं, उनकी आस्था, खान-पान, भाषा, पहनावे का अपमान करती है।

दीदी ने पलायन को बढ़ावा दिया- पीएम
उन्होंने कहा, बीते 10 सालों में दीदी की सरकार ने पुराने शिल्प में ताला लगाने और युवाओं के पलायन को ही बढ़ावा दिया है। जहां तुष्टिकरण होता है वहां अभाव होता है, भेदभाव होता है, आशा, आकांक्षा का दमन होता है।

पीएम ने कहा, दीदी की सरकार ने पश्चिम बंगाल के हर युवा बेटे-बेटी की आकांक्षाओं का दमन किया है। दीदी ने भाइपो की आकांक्षाओं के लिए, भाइपों के करियर के लिए, बंगाल के लाखों युवाओं का भविष्य दांव पर लगा दिया।

'तोलाबाजों के कान मरोड़े होते, तो ये दिन नहीं देखना पड़ता'
पीएम ने कहा, अरे दीदी, ओ दीदी, आपने बंगाल की गरीब जनता को लूटने वाले तोलाबाजों के कान मरोड़े होते, अपने सबसे प्रिय भाइपो से उठक-बैठक कराई होती तो, आज ये दिन ना देखने पड़ते।

ममता बनर्जी ने पीएम को लेकर क्या क्या कहा, खुद मोदी ने बताया
 
'19 मार्च को दीदी ने कहा कि वो मोदी का चेहरा नहीं देखना चाहती। फिर दीदी ने देश के प्रधानमंत्री की तुलना, लुटेरे, दंगाई, दुर्योधन, दुशासन से कर दी। 20 मार्च को दीदी ने मुझे श्रमिकों का हत्यारा बताया, दंगा करने वाला बताया।'
'25 मार्च को दीदी ने जो कहा, वो बताने से पहले बंगाल के संस्कारी लोगों से माफी मांगता हूं। दीदी ने जो गाली दी, मैं उसे मजबूरी में दोहरा रहा हूं। 25 मार्च को दीदी ने कहा- तुम साला खूनी का राजा, खूनी का जमींदार। तुमने सारे पैसे लूट लिए।'
'26 मार्च को दीदी बोलीं- देश में सिर्फ मोदी की दाढ़ी बढ़ती जा रही है। मोदी के दिमाग के साथ कुछ दिक्कत है, ऐसा लगता है मोदी का कोई स्क्रू ढीला है।'
'4 अप्रैल को दीदी इस बात पर भड़क गईं कि बंगाल में बीजेपी की सरकार बनेगी। उन्होंने कहा कि क्या मैं भगवान हूं और सुपरह्यूमन हूं।'
'12 अप्रैल को दीदी ने कहा- जहां मैं जाता हूं, वहां दंगे होने लगते हैं।'
'13 अप्रैल को दीदी ने फिर से मुझे सबसे बड़ा झूठा कहा, मंदबुद्धि कहा।'

'दीदी की गालियों से मुझे कोई दिक्कत नहीं'
पीएम ने कहा, ये लिस्ट बहुत लंबी है, मैंने कुछ ही गालियां आपके सामने प्रस्तुत की हैं। दीदी की गालियों से मुझे कोई दिक्कत नहीं है। दीदी, आप मुझे जितना कोसना है कोसिए, जितनी गाली देनी हो दीजिए लेकिन कम से कम बंगाल के कल्चर को तो मत भूलिए। देश की जनता, बंगाल की समृद्ध विरासत, यहां के लोगों की वाणी-वर्तन पर गर्व करती है।