अफगानिस्तान में रविवार को आए 6.0 तीव्रता के भूकंप के चलते मरने वालों की संख्या बढ़कर 1411 हो गई है। तालिबान सरकार राहत और बचाव कार्यों में जुटी है। कुणार प्रांत में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। भारत सहित कई देशों ने मदद की घोषणा की है।
Afghanistan Earthquake Updates: पूर्वी अफगानिस्तान में रविवार देर रात आए 6.0 तीव्रता के भूकंप के चलते 1411 लोग मारे गए और 3124 घायल हुए हैं। 5412 घर तबाह हो गए हैं। मंगलवार को तालिबान सरकार ने यह जानकारी दी। तालिबान सरकार के मुख्य प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने X पर किए गए पोस्ट में बताया कि राहत और बचाव कार्य किए जा रहे हैं।
दर्जनों कमांडो को हवा से जमीन पर उतारा गया
जबीहुल्लाह ने बताया कि कुनार प्रांत के नर्गल, चौकाय, चपा दारा, पेच दारा, वातापुर और असदाबाद में सबसे अधिक नुकसान हुआ है। सभी प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव अभियान चलाया जा रहा है। जिन जगहों पर हेलीकॉप्टर उतर नहीं सकते वहां दर्जनों कमांडो को हवा से जमीन पर उतारा गया है। ये जवान घायलों को मलबे से निकाल रहे हैं और उन्हें सुरक्षित जगह पहुंचा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि खास कुनार जिले में एक शिविर स्थापित किया गया है। यहां सेवा और राहत समितियां आपूर्ति और आपातकालीन सहायता कर रहीं हैं। घायलों को अस्पताल पहुंचाने, मृतकों के अंतिम संस्कार और जीवित बचे लोगों के बचाव की देखरेख के लिए आपदा स्थल के पास दो केंद्र स्थापित किए गए हैं। शोक संदेशों के साथ-साथ, कई देशों ने सहायता की घोषणा की है। इसका एक हिस्सा भूकंप पीड़ितों को देने के लिए आपातकालीन राहत समितियों को पहुंचा दिया गया है।
संकटों का सामना कर रहे अफगानिस्तान के लोग
अफगानिस्तान के लिए संयुक्त राष्ट्र की रेजिडेंट कोऑर्डिनेटर इंद्रिका रत्वाटे ने कहा, "हम अफगानिस्तान के लोगों को भूल नहीं सकते। वे पहले से कई संकटों और झटकों का सामना कर रहे हैं। यहां के समुदायों की सहनशक्ति कमजोर हो गई है। ये जीने-मरने के फैसले हैं। हम लोगों तक पहुंचने के लिए समय के साथ संघर्ष कर रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय समुदाय को मदद के लिए आगे आना चाहिए।"
यह भी पढ़ें- अफगानिस्तान में भूकंप, 6.3 रही तीव्रता, 622 लोगों की मौत और 1500 लोग घायल, भारी तबाही की आशंका
बता दें कि 2021 में तालिबान के सत्ता में आने के बाद से अफगानिस्तान में आया यह तीसरा बड़ा भूकंप है। अफगानिस्तान पहले से ही कम सहायता, कमजोर अर्थव्यवस्था और ईरान व पाकिस्तान से लाखों लोगों की वापसी से जूझ रहा है।
