सार
डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी के बाद बड़ी संख्या में ट्रकों के पहिये थमने से अंडे की कीमतों में तेजी आई है। बांग्लादेश की सभी पॉलिट्री कंपनियांकुल मिलाकर कुल 40 मिलियन में से प्रतिदिन लगभग 4 मिलियन अंडे बेचती हैं, जो कुल बेचे गए अंडों का लगभग 10% है।
ढाका. चीन की बेल्ट एंड रोड प्रोजेक्ट (BRI) के जाल में फंसकर श्रीलंका बर्बाद हो गया। अब इसी रास्ते पर नेपाल और बांग्लादेश हैं। बांग्लादेश के वित्त मंत्री मुस्तफा कमाल के एक बयान ने यह हकीकत बयां की है। BRI के बहाने ड्रैगन गरीब देशों को कर्ज देकर अपने जाल में फांस रहा है। श्रींलंका, पाकिस्तान इसका उदाहरण है। अब इसी राह पर नेपाल और बांग्लादेश चल पड़ा है। बांग्लादेश में महंगाई फ्यूल कीमतों के जरिये अपने बुरे कदम रख चुकी है। जानिए अंडा मार्केट के जरिये बांग्लादेश में महंगाई डायन का खेल...
फ्यूल महंगा होने से बढ़ रहीं कीमतें
डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी के बाद बड़ी संख्या में ट्रकों के पहिये थमने से बांग्लादेश में चीजों की कीमतें बढ़ रही हैं। यहां हम अंडे के जरिये महंगाई का गणित समझते हैं। यहां अंडे की कीमतों में तेजी आई है। बांग्लादेश की सभी पॉलिट्री कंपनियांकुल मिलाकर कुल 40 मिलियन में से प्रतिदिन लगभग 4 मिलियन अंडे बेचती हैं, जो कुल बेचे गए अंडों का लगभग 10% है।
बांग्लादेश के लोकल मीडिया ढाका ट्रिब्यून ने अंडों की कीमतों को लेकर एक रिपोर्ट पब्लिश की है। शुरुआत में अंडे की कीमतों में बढ़ोतरी के लिए कॉरपोरेट पोल्ट्री कंपनियों को जिम्मेदार ठहराया गया था। कहां गया था कि इनका सिंडिकेट अंडों की कीमतों को नियंत्रित कर रहा है, जिससे महंगाई बढ़ रही है। लेकिन स्थिति को देखते हुए साफ है कि अचानक कीमतों में बढ़ोतरी का कारण इनकी मिलीभगत नहीं है। सबसे बड़ा कारण कर्ज है। इस मामले की जांच की गई थी। नेशनल कंज्यूमर्स राइट प्रोटेक्शन(DNCRP) निदेशालय इस संबंध में अगले हफ्ते तक वाणिज्य मंत्रालय( Ministry of Commerce) को एक जांच रिपोर्ट सौंपेगा।
DNCRP के डीजीपी एएचएम शफीकुज्जमां ने कहा कि पहले इसके लिए कॉर्पोरेट पोल्ट्री कंपनियों को दोषी ठहराया गया था, लेकिन विभिन्न एंगल से जांच-पड़ताल के बाद मालूम चला कि मूल्य वृद्धि के पीछे कई फैक्टर हैं। हालांकि कॉर्पोरेट कंपनियों की कुछ जिम्मेदारियां हैं, जिन्हें कुछ सिफारिशों के साथ रिपोर्ट में शामिल किया जाना चाहिए।
इस तरह महंगे होते गए अंडे
बांग्लादेश के अधिकांश रिटेल मार्केट्स में 6 से 16 अगस्त के बीच अंडों की रिटेल प्राइस Tk10 से बढ़कर Tk13(बांग्लादेशी करेंसी टका) से अधिक हो गई। राजधानी ढाका में दर्जन भर अंडों की खुदरा कीमत Tk160 से अधिक हो चुकी है। यह लगभग 33% की वृद्धि है। ब्रीडर्स एसोसिएशन ऑफ बांग्लादेश (BAB) के मुताबिक डीजल की कीमतों में हालिया बढ़ोतरी के बाद अंडा कारोबारियों को ट्रक किराए पर लेने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा। ट्रक किराए पर उपलब्ध नहीं थे, जबकि ट्रक मालिक रेट रिवाइज करने पर अड़े हैं। BAB के अध्यक्ष और काज़ी फार्म्स के निदेशक काज़ी ज़हिन हसन ने कहा: “व्यापारी आम तौर पर हर दिन रूरल फॉर्म्स से शहरी गोदामों में अंडे ले जाते हैं। जब ट्रकिंग बाधित हुई, तो शहरी गोदामों में अंडे की सप्लाई पर असर पड़ा। हालांकि उनका दावा है कि ट्रक चालू होने के बाद अंडों के रेट फिर से गिर गए।
काज़ी ज़हिन हसन इससे साफ इनकार करते हैं कि बांग्लादेश में कोई अंडा सिंडिकेट( egg syndicate) है, जो अंडे की कीमत कंट्रोल करता है। दरअसल कहा गया कि पिछले दिनों अधिकारियों ने होलसेल अंडा बाजारों का निरीक्षण करने और अनाप-शनाप कीमतों पर अंडा बेचने वाले व्यापारियों पर जुर्माना लगाया था। इसके बाद अंडों की कीमत गिर गई थी। लेकिन हसन इस बात को सही नहीं मानते हैं।
बांग्लादेश में अंडों के बड़े व्यापारी
वाणिज्य मंत्रालय के अनुसार, पैरागॉन पोल्ट्री, आफताब बहुमुखी फार्म, बांग्लादेश हैचरी लिमिटेड, फिरदौसी पोल्ट्री कॉम्प्लेक्स, खांडकर पोल्ट्री कॉम्प्लेक्स और यूनाइटेड एग्रो कॉम्प्लेक्स बांग्लादेश में तुलनात्मक रूप से बड़ी कंपनियां हैं।
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