सार

भारतीय मूल के प्रसिद्ध लेखक सलमान रश्दी की हालत नाजुक है। उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया है। उनकी एक आंख खोने का डर है। उनका लीवर डैमेज हो चुका है। उन पर शुक्रवार को न्यूयॉर्क में एक प्रोग्राम के दौरान चाकू से हमला किया गया था।

न्यूयॉर्क.भारतीय मूल के प्रसिद्ध लेखक सलमान रश्दी (Salman Rushdie) की हालात क्रिटिकल है। उनकी एक आंख खोने का डर है। उनका लीवर डैमेज हो चुका है। रश्दी पर शुक्रवार को न्यूयॉर्क में एक प्रोग्राम के दौरान चाकू से हमला किया गया था। रश्दी के हमलावर को पुलिस ने अरेस्ट कर लिया है। जाने माने लेखक सलमान रश्दी अपनी बेबाक लेखन के लिए दुनिया में पहचाने जाते हैं। उनकी लेखन की वजह से 1980 के दशक में ईरान को जान से मारने की धमकी मिली थी। हमलावर को पांच लोग पीछे खिंचते रहे, बावजूद वो रश्दी पर को छुरा घोंपता रहा। घायल रश्दी को हेलीकॉप्टर से पेनसिल्वेनिया के एरी स्थित एक अस्पताल ले जाया गया।

पेट और गर्दन में भी छुरा मारा
सलमान रश्दी के एजेंट एंड्रयू वायली ने एक ईमेल अपडेट में कहा कि रुश्दी एक आंख खो सकते हैं और उनका लीवर खराब हो गया है। लंबे समय से जान से मारने की धमकियों का सामना करने वाले प्रसिद्ध लेखक को न्यूजर्सी के एक 24 वर्षीय व्यक्ति ने गर्दन और पेट में चाकू मार दिया था। पुलिस और वहां मौजूद लोगों ने कहा कि हमलावर ने 75 वर्षीय रुश्दी के पेट और गर्दन में छुरा घोंपा। इसके बाद लोगों ने उसे पकड़ लिया।

1988 में प्रकाशित नॉवले द सैटेनिक वर्सेज(The Satanic Verses) को लिखने के बाद रश्दी को कई वर्षों से इस्लामवादियों द्वारा जान से मारने की धमकियां मिल रही थीं। पुलिस ने न्यूजर्सी के फेयरव्यू से 24 वर्षीय हादी मतार नाम के एक संदिग्ध को हिरासत में लिया। न्यूयॉर्क राज्य पुलिस ने कहा कि संदिग्ध मंच पर भाग गया और पश्चिमी न्यूयॉर्क राज्य में चौटाउक्वा संस्थान में एक कार्यक्रम में रश्दी और एक साक्षात्कारकर्ता(interviewer) रीज़ पर हमला किया।

FBI करेगी मामले की जांच
फेडरल लॉ एन्फॉर्समेंट के एक अधिकारी के अनुसार, घटना के बाद स्थानीय पुलिस ने फेडरल ब्यूरो इन्विस्टगेशन (FBI) से संपर्क किया है, ताकि हमलावार के इरादों और उसके बैकग्राउंड की पहचान करने में मदद मिल सके। चर्चा के समय स्टेज पर मौजूद राल्फ हेनरी रीज़(Ralph Henry Rees) के भी हमले के दौरान चेहरे पर चोट लगी। उन्हें शुक्रवार दोपहर को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।रीज़ एक गैर-लाभकारी संस्था के सह-संस्थापक हैं, जो उत्पीड़न के खतरे में निर्वासित लेखकों को सुरक्षा प्रदान करती है। एक ईमेल के जरिये अपने स्टेटमेंट में रीज़ ने रुश्दी को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और क्रियेटिव एक्सप्रेशन के महान रक्षकों(great defenders ) में से एक बताया। साथ ही कहा कि यह हमला संयुक्त राज्य में हो सकता है, यह फैक्ट कई सरकारों, व्यक्तियों और आर्गेनाइजेशन के लेखकों के लिए खतरों का संकेत है। 

हालात चिंताजनक बताई गई
रुश्दी के एजेंट एंड्रयू वायली ने शुक्रवार शाम 7 बजे से कुछ समय पहले उसकी स्थिति पर एक अपडेट भेजा। इसमें कहा गया कि रश्दी वेंटिलेटर पर हैं और बोल नहीं सकते। उन्होंने कहा कि समाचार अच्छा नहीं है। सलमान की एक आंख खोने की संभावना है; उसकी बांह की नसें टूट गईं और लिवर में छुरा घोंपा गया, जिससे वो डैमेज हो गया है।"

रश्दी के बारे में यह भी जानें
भारतीय मूल के उपन्यासकार रश्दी ने 1981 में मिडनाइट्स चिल्ड्रन( Midnight's Children) के साथ प्रसिद्धि हासिल की, जिसकी अकेले ब्रिटेन में दस लाख से अधिक प्रतियां बिकीं।

लेकिन उनकी चौथी किताब द सैटेनिक वर्सेज(1988 )ने उन्हें 9 साल तक छिपकर रहने पर मजबूर कर दिया। कुछ कट्टरपंथी मुसलमान इसके कंटेंट को ईशनिंदा( blasphemous) मानते थे।  कुछ देशों में किताब को बैन कर दिया गया था।

इस पुस्तक के विमोचन के एक साल बाद ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला खुमैनी ने रश्दी को फांसी पर चढ़ाने का आह्वान किया था। उसने एक फतवे में $3m (£2.5m) का इनाम देने की पेशकश की।

रश्दी के सिर पर इनाम अभी भी एक्टिव है, हालांकि ईरान की सरकार ने खोमैनी के फरमान से खुद को दूर कर लिया है। एक सेमी आफिसियल ईरानी धार्मिक फाउंडेशन ने 2012 में इनाम में 500,000 डॉलर और जोड़े।

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