सार

नोबेल पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस को मुख्य सलाहकार नियुक्त करने के बाद भी बांग्लादेश में अशांति का माहौल है। ताजा घटनाक्रम में, छात्रों ने चीफ जस्टिस के इस्तीफे की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया और सुप्रीम कोर्ट को घेर लिया।

ढाका: नोबेल पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस को मुख्य सलाहकार नियुक्त करने के बाद भी बांग्लादेश में अशांति का माहौल है। ताजा घटनाक्रम में, छात्रों ने चीफ जस्टिस के इस्तीफे की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया और सुप्रीम कोर्ट को घेर लिया। इसके बाद, चीफ जस्टिस उबैदुल हसन ने सुप्रीम कोर्ट से भागने के बाद इस्तीफा दे दिया।

देश छोड़कर भाग चुकीं पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के विश्वासपात्र माने जाने वाले उबैदुल हसन ने यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार से सलाह लिये बिना पूर्ण पीठ की बैठक बुलाई थी, जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया। बैठक बुलाने के बाद, छात्र नेताओं ने उबैदुल हसन से इस्तीफा देने की मांग की, जिसके बाद विरोध प्रदर्शन और तेज हो गया। हसन को पिछले साल ही सुप्रीम कोर्ट का चीफ जस्टिस नियुक्त किया गया था।

इस बीच, खबरें हैं कि बांग्लादेश से भारत आने के लिए सीमा पर एक हजार से ज्यादा लोग फंसे हुए हैं। बताया जा रहा है कि ये सभी बांग्लादेश के हिंदू समुदाय से हैं और भारत में शरण लेना चाहते हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, BSF इन्हें वापस भेजने की कोशिश कर रही है।

वहीं, बांग्लादेश में जारी राजनीतिक संकट के बीच सीमा पर स्थिति की निगरानी के लिए केंद्र सरकार ने एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया है। BSF के ईस्टर्न कमांड के ADG इस समिति के प्रमुख होंगे। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कल बताया था कि यह समिति बांग्लादेश सरकार के साथ मिलकर वहां अल्पसंख्यकों और भारतीयों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी।