सार
वर्ल्ड न्यूज। बांग्लादेश में विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है। देश में अंतरिम सरकार बनने के बाद भी आंदोलन खत्म नहीं हो रहा है। अब अवामी लीग पार्टी के समर्थकों ने बवाल कर दिया है। गोपालगंज इलाके में प्रदर्शनकारियों और आर्मी के जवानों के बीच हिंसक झड़प हुई। आंदोलित भीड़ ने सेना की गाड़ी को आग के हवाले कर दिया है। इससे मामला और गंभीर हो गया। घटना में सेना के जवान, पत्रकार और कुछ आम लोग भी घायल हो गए हैं। झड़प के दौरान दो बच्चों को भी गोली लगी है जिनका नजदीकी अस्पताल में इलाज चल रहा है।
शेख हसीना की देश वापसी की मांग, लाठीचार्ज पर भड़के
गोपालगंज इलाके में प्रदर्शनकारी विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। उनकी मांग थी कि पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को वापस लाया जाए। इस दौरान सेना की ओर से उन्हें रोकने की कोशिश की गई, लेकिन वे नहीं माने। विरोध रोकने के लिए सेना ने भीड़ को तितर बितर करने के लिए लाठीचार्ज कर दिया। इससे प्रदर्शन उग्र हो गया और बवाल बढ़ गया। प्रदर्शनकारी ढाका खुलवा हाईवे को जाम करने के लिए एकत्र हो रहे थे।
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सेना के जवानों ने की फायरिंग
गोपालगंज में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज के बाद प्रदर्शनकारियों ने तोड़फोड़ और आगजनी शुरू कर दी। बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी सेना और आम लोगों के वाहनों को क्षति पहुंचाने लगे जिसपर जवानों ने फायरिंग कर दी। इसमें एक बच्चे समेत दो लोग घायल हो गए। हिंसा में जानमाल के नुकसान की बात सामने नहीं आई है। दो घंटे के बाद हालात पर काबू पाया जा सका। फिलहाल इलाके में स्थिति सामान्य है लेकिन एहतियात के तौर पर फोर्स तैनात कर दी गई है।
अब तक 200 से अधिक की जान गई
बांग्लादेश में बीते दिनों शुरू हुआ आरक्षण को लेकर विवाद और हिंसा अभी तक चल रही है। सरकार गिरने के बाद शेख हसीना देश छोड़कर भारत चली गईं है। हिंसा की घटनाओं में अब तक करीब 232 लोग मारे जा चुके है। बांग्गलादेश के कार्यकारी पीएम मुहम्मद यूनुस ने हिंसा की निंदा करते हुए लोगों से शांति की अपील की है।