थिम्पू के ग्रैंड कुएनरे हॉल में भूटान के राजा जिग्मे खेसर ने पवित्र बुद्ध अवशेषों के साथ एक विशेष आध्यात्मिक समारोह में भाग लिया। कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू भी शामिल हुए। दोनों नेताओं की मुलाकात की तस्वीर सोशल मीडिया पर छा गई है।
Bhutan King Jigme Khesar: मंगलवार को भूटान की राजधानी थिम्पू के ग्रैंड कुएनरे हॉल में एक खास आध्यात्मिक और सांस्कृतिक इवेंट हुआ, जहां राजा जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक ने पवित्र बुद्ध अवशेषों को गहरा सम्मान दिया। इस इवेंट में कई जाने-माने भिक्षुओं ने भी हिस्सा लिया, जिसमें भूटान की समृद्ध बौद्ध परंपरा और सांस्कृतिक विरासत को दिखाया गया।
भारत के केंद्रीय संसदीय मामलों और अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री, किरेन रिजिजू भी इस खास मौके पर मौजूद थे। इवेंट के दौरान राजा जिग्मे खेसर और किरेन रिजिजू के बीच गर्मजोशी से मुलाकात हुई। दोनों नेताओं को हाथ मिलाते और पारंपरिक भूटानी शिष्टाचार के साथ एक-दूसरे का अभिवादन करते देखा गया। रिजिजू भूटान की आध्यात्मिक विरासत के प्रशंसक माने जाते हैं, और इस इवेंट ने भारत और भूटान के बीच मजबूत सांस्कृतिक संबंधों को और मजबूत किया।

ग्रैंड कुएनरे हॉल में रखे पवित्र बुद्ध अवशेष इस इवेंट का मुख्य आकर्षण थे। यह समारोह न सिर्फ़ धार्मिक रूप से महत्वपूर्ण था, बल्कि भूटान की आध्यात्मिक चेतना, सामाजिक सद्भाव और सांस्कृतिक एकता का भी प्रतीक था। राजा जिग्मे खेसर की मौजूदगी ने इस कार्यक्रम में खास शोभा बढ़ाई। उनकी विनम्रता, धार्मिक आस्था और लोगों के साथ जुड़ाव की भावना भूटानी नागरिकों के बीच बहुत पसंद की जाती है।
किरेन रिजिजू ने इस खास मौके की तस्वीरें अपने ऑफिशियल सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शेयर कीं, जिसके बाद ये तस्वीरें तेज़ी से वायरल हो गईं। तस्वीरों में राजा, रिजिजू और साधु एक साथ दिख रहे हैं, जो दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक और आध्यात्मिक संबंधों को खूबसूरती से दिखाते हैं।

इस समारोह ने एक बार फिर दिखाया कि भूटान अपनी पारंपरिक सांस्कृतिक पहचान और बौद्ध विरासत को कितनी गहराई से संजोता है। इस साझा आध्यात्मिक विरासत से भारत-भूटान की दोस्ती और डिप्लोमैटिक गर्मजोशी और भी मज़बूत हुई।


