सार
ब्रेन इंप्लांट से अब मनुष्य अपने विचारों से अमेज़न के एलेक्सा को नियंत्रित कर सकता है। यानी वह बैठे बैठे केवल अपने मन में कोई बात सोच कर घरेलू डिवाइस का प्रयोग कर सकता है।
वर्ल्ड डेस्क। ब्रेन इंप्लांट से अब मनुष्य अपने विचारों के जरिए अमेजन के एलेक्सा को कंट्रोल करने में सक्षम हो सकेगा। ब्रेन-कंप्यूटर इंटरफेस कंपनी सिंक्रोन ने कहा कि एक व्यक्ति के मस्तिष्क की सतह पर ब्लड वेसेल में एक इम्प्लांटेशन ने उसे अमेदजन फायर टैबलेट पर मानसिक रूप से आइकन को "टैप" करने दिया। यह अपने आप में बड़ा प्रयोग है। वह व्यक्ति अपने दिमाग का प्रयोग करके अपने घर के डिवाइस को बिना टच किए उसका प्रयोग कर पा रहा है। पीड़ित मरीज अमेजन के एलेक्सा डिजिटल असिस्टेंट को अपने दिमाग से कंट्रोल करने में सक्षम था। इस अद्बभुत प्रयोग के बारे में कंपनी सोमवार को घोषणा की है।
एएलएस पीड़ित मरीज दिमाग से देता था एलेक्सा को निर्देश
इस प्रकार के ब्रेन इम्प्लांट के बाद एमियोट्रोफिक लेटरल स्क्लेरोसिस (ALS) से पीड़ित व्यक्ति अपने मस्तिष्क का प्रयोग कर वीडियो कॉल करने, म्यूजिक सिस्टम चलाने, शो स्ट्रीम करने, लाइट ऑन ऑफ जैसे स्मार्ट घरेलू उपकरणों को कंट्रोल करने जैसे काम एलेक्सा के जरिए करा सकता है। इसके जरिए व्यक्ति ऑनलाइन खरीदारी करने के साथ किताबें भी पढ़ सकता है। एएलएस तंत्रिकाओं से संबंधित रोग है जो मांसपेशियों को कमजोर करता है।
कंपनी के मुताबिक इस परीक्षण का उद्देश्य यह दिखाना था कि व्यक्ति एलेक्स से अटैच डिवाइसों जैसे डोर कैमरा, प्लग और थर्मोस्टैट्स के साथ घर में प्रयोग होने वाले स्मार्ट डिवाइस को अपने दिमाग से कंट्रोल कर सकता है। 64 वर्षीय मार्क नाम के व्यक्ति पर यह प्रयोग किया गया है।
केवल सोचें खुद ही हो जाएगा काम
सिंक्रोन के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी टॉम ऑक्सले का कहना है कि स्मार्ट होम सिस्टम आवाज या स्पर्श पर ही निर्भर करते हैं लेकिन हम सीधे व्यक्ति के दिमाग से कंट्रोल साइन भेज रहे हैं। व्यक्ति केवल अपने दिमाग का प्रयोग कर घरेलू डिवाइसों को प्रयोग कर सकता है। उसे केवल डिवाइस से जो भी काम है उसे बस अपने दिमाग में सोचना होगा। एलन मस्क की न्यूरालिंक समेत कई कंपनियां दिमाग को कंप्यूटर से जोड़ने पर काम कर रही हैं।