सार
कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की की कनाडा यात्रा के दौरान नाजी डिवीजन के एक पूर्व सैन्य अधिकारी को सम्मानित किया। इसके चलते हाउस स्पीकर एंथोनी रोटा को माफी मांगनी पड़ी है।
ओटावा। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो (Justin Trudeau) ने फिर ऐसा काम किया है जिससे उन्हें सिर झुकाना पड़ा है। उनके द्वारा किए गए कांड के चलते हाउस स्पीकर एंथोनी रोटा को माफी मांगनी पड़ी है। दरअसल, ट्रूडो ने नाजी डिवीजन के एक पूर्व सैनिक को सम्मानित किया। विपक्ष के नेता पियरे पोइलिवरे ने यह मुद्दा उठाया तो एंथनी रोटा ने यहूदी समुदाय से माफी मांगी।
जस्टिन ट्रूडो ने बीते दिनों एक कार्यक्रम में नाजी डिवीजन के एक पूर्व सैन्य अधिकारी से मुलाकात की और उन्हें सम्मानित किया। इसको लेकर ट्रूडो की खूब आलोचना हो रही है। मामले के तूल पकड़ने पर हाउस ऑफ कॉमन्स के अध्यक्ष एंथनी रोटा ने रविवार को यहूदी समुदाय से माफी मांगी।
वलोडिमिर जेलेंस्की की कनाडा यात्रा के दौरान नाजी सैन्य अधिकारी को किया सम्मानित
ट्रूडो ने इस सप्ताह यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की की कनाडा यात्रा के दौरान एसएस के 14वें वेफेन ग्रेनेडियर डिवीजन (नाजी डिवीजन) के पूर्व सैन्य अधिकारी से मुलाकात की और उन्हें सम्मानित किया। विपक्ष के नेता पियरे पोइलिवरे ने इसकी आलोचना की और सोशल मीडिया पर पोस्ट कर प्रधानमंत्री ट्रूडो को कहा कि वे माफी मांगें।
पोइलिवरे ने ट्वीट किया, "यह बात सामने आई है कि जस्टिन ट्रूडो ने एसएस (एक नाजी डिवीजन) के 14वें वेफेन ग्रेनेडियर डिवीजन के एक पूर्व सैन्य अधिकारी से व्यक्तिगत रूप से मुलाकात की और उन्हें सम्मानित किया। उदारवादियों ने यूक्रेनी राष्ट्रपति की यात्रा के दौरान इस नाजी को हाउस ऑफ कॉमन्स के पटल पर मान्यता देने की व्यवस्था की। जस्टिन ट्रूडो ने भयावह गलती की है। इसके लिए ट्रूडो को व्यक्तिगत रूप से माफी मांगनी चाहिए और दूसरों पर दोष मढ़ने से बचना चाहिए जैसा कि वह हमेशा करते हैं।"
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गौरतलब है कि जस्टिन ट्रूडो भारत के साथ संबंध खराब कर पहले से ही मुश्किल में हैं। बीते सोमवार को ट्रूडो ने खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर हत्याकांड में भारतीय एजेंटों के संभावित लिंक होने का बयान दिया था। इसके बाद दोनों देशों के रिश्ते सबसे खराब स्तर पर पहुंच गए हैं। भारत ने कनाडा के नागरिकों के लिए वीजा बंद कर दिया है।
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