सार
भारत से लगी सीमा पर तैनात चीनी सैनिक लड़ाई के लिए कितने तैयार हैं इसकी जानकारी चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping) ने ली है। उन्होंने सैनिकों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग द्वारा बात भी की।
बीजिंग। अरुणाचल प्रदेश के तवांग में पिछले साल 6 दिसंबर को एलएसी पर चीन और भारत के सैनिकों के बीच झड़प हुई थी। इसके बाद से भारत-चीन सीमा पर दोनों ओर से भारी संख्या में सैनिकों की तैनाती की गई है। इस बीच चीन के आधिकारिक मीडिया ने शुक्रवार को जानकारी दी कि राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने सीमा पर जवानों की तैनाती का निरीक्षण किया है।
शी जिनपिंग राष्ट्रपति होने के साथ ही चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव और पीएलए के कमांडर-इन-चीफ भी हैं। वह चीनी सेना (पीपुल्स लिबरेशन आर्मी) के मुख्यालय में पहुंचे थे। उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग द्वारा शिनजियांग सैन्य कमान के तहत आने वाले खंजराब में सीमा पर तैनात सैनिकों को संबोधित किया।
युद्ध की तैयारी का किया निरीक्षण
शी जिनपिंग ने सैनिकों से बातचीत की और युद्ध की तैयारी का निरीक्षण किया। उन्होंने सैनिकों को बताया कि कैसे हाल के वर्षों में क्षेत्र लगातार बदल रहा है और इससे किस तरह सेना पर प्रभाव पड़ रहा है। खंजराब पूर्वी लद्दाख इलाके में चीन की ओर है।
सैनिक से जिनपिंग ने पूछा- मिली रही है ताजी सब्जी?
बातचीत के दौरान एक सैनिक ने शी जिनपिंग से कहा कि वे 24 घंटे सीमा की निगरानी कर रहे हैं। शी ने उससे पूछा कि दुर्गम इलाके में वह किस तरह रह रहा है और उसे क्या ताजी सब्जियां मिल रही हैं? आधिकारिक मीडिया ने बताया कि शी ने सैनिकों से उनकी सीमा पर गश्त और मैनेजमेंट वर्क के बारे में पूछा।
यह भी पढ़ें- 2030 तक दुनिया की तीसरी आर्थिक 'महाशक्ति' बन जाएगा भारत, जर्मनी-जापान हो जाएंगे पीछे- रिपोर्ट
उन्होंने सैनिकों को सीमा की रक्षा के लिए प्रोत्साहित किया। बता दें कि पूर्वी लद्दाख के पैंगोंग झील क्षेत्र में 5 मई 2020 को चीन और भारत के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी। इसके बाद से सीमा विवाद को लेकर दोनों देशों के बीच गतिरोध बना हुआ है।