सार
बांग्लादेश में दुर्गा पूजा से पहले यह चौथा हमला है। 11 सितंबर को इस्लामवादियों ने कुश्तिया(Kushtia) में मां दुर्गा की मूर्तियों की तोड़फोड़ की थी। इससे पहले गणेश चतुर्थी के पहले भी निर्माणाधीन मूर्तियों के तोड़ने का मामला सामने आया था।
ढाका. बांग्लादेश में पिछले साल यानी13-17 अक्टूबर, 2021 तक दुर्गा उत्सव के दौरान जबर्दस्त साम्प्रदायिक हिंसा हुई थी। इससे सबक लेते हुए इस बार सरकार ने कड़े इंतजाम करने की ठानी है। इस बार सोशल मीडिया पर कड़ी चौकसी रखी जाएगी। इस बीच गोपालगंज में मूर्तियां तोड़े जाने का एक नया मामला सामने आया है। दुर्गा पूजा से पहले यह चौथा हमला है। 11 सितंबर को इस्लामवादियों ने कुश्तिया(Kushtia) में मां दुर्गा की मूर्तियों की तोड़फोड़ की थी। इससे पहले गणेश चतुर्थी के पहले भी निर्माणाधीन मूर्तियों के तोड़ने का मामला सामने आया था।
गृहमंत्री ने कहा-हर दुर्गा पंडाल में लगेंगे CCTV कैमरे
बांग्लादेश के गृह मंत्री असदुज्जमां खान(Home Minister Asaduzzaman Khan) ने सभी पूजा उत्सव समितियों से कहा कि वे बिना देर किए अपने स्थानीय प्रशासन से संपर्क करें, ताकि अप्रिय घटनाओं को रोका जा सके। गृह मंत्री ने कहा है कि दुर्गा पूजा पर केंद्रित अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए अधिकारी सक्रिय हैं और हिंदू त्योहार के जश्न के दौरान किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए पूरे बांग्लादेश में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। मंत्री मंगलवार को राजशाही में एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सरकार ने पूजा मंडपों के पास CCTV कैमरे लगाना अनिवार्य कर दिया है, उन्होंने कहा कि हर समय सभी मंडपों में अंसार(सहायक या मददगार) के सदस्य मौजूद रहेंगे। गृहमंत्री ने चेतावनी दी है कि कानून और व्यवस्था को बाधित करने की कोशिश करने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। असदुज्जमां खान ने कहा कि अगर कोई महिलाओं या बच्चों को परेशान करता है, या किसी मंडप में ड्रग्स लेता है, तो तुरंत प्रशासन से संपर्क करें।
भारत से बड़ी उम्मीदें हैं बांग्लादेश को
बांग्लादेश सरकार हिंदुओं के प्रति इस्लामिक कट्टरपंथियों की नफरत को लेकर सजग है। बांग्लादेश की प्रधान मंत्री शेख हसीना भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के निमंत्रण पर 5-8 सितंबर 2022 तक भारत की राजकीय यात्रा पर आई थीं। इस यात्रा का मकसद दोनों देशों के रिश्ते और अधिक मजबूत करना है। ऐसे में बांग्लादेश की सरकार कभी नहीं चाहेगी कि इस्लामिक कट्टरपंथियों की हरकतों से उसकी साख खराब हो। क्लिक करके पढ़ें-विजिट के 10 बड़े फैक्ट्स
दुर्गा पूजा के लिए तैयार हो रहीं मूर्तियां तोड़ीं
बांग्लादेश सरकार दुर्गा पूजा के दौरान किसी भी तरह का व्यवधान रोकना चाहती है। बता दें कि गणेश उत्सव से पहले सेंट्रल बांग्लादेश के जिले मानिकगंज के हरिरामपुर थाने के अंतर्गत आने वाले एक गांव भटियाखोला के दुर्गा मंदिर में तोड़फोड़ हुई थी। यहां संभवत: 25 अगस्त की रात 14 साल पुराने दुर्गा मंदिर में मूर्तियां तोड़ दी गई थीं। यहां आगामी दुर्गा पूजा के लिए यहां मूर्तियों का निर्माण हो रहा है। इस्लामिक कट्टरपंथियों ने उन्हें तोड़ दिया था। क्लिक करके पढ़ें पूरी कहानी
पिछले साल पंडाल में कुरान रखकर कराया गया था दंगा
पिछले साल कोमिल्ला शहर में हिंदुओं के खिलाफ 13 अक्टूबर से शुरू हुई हिंसा 17 अक्टूबर तक पूरे बांग्लादेश में चलती रही थी। इस दौरान मंदिरों में तोड़फोड़ की गई और घरों को आग लगा दी गई थी। यह एक साजिश थी। बांग्लादेश में साम्प्रदायिक हिंसा(communal violence) फैलाने वाले मुख्य आरोपी 35 वर्षीय इकबाल हुसैन को 21 अक्टूबर की रात पुलिस ने पकड़ा था। यह वही आदमी था, जिसने दुर्गा पूजा पंडाल में कुरान रखकर दंगा कराया था। क्लिक करके पढ़ें
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