भूकंप के तेज झटकों से रूस की धरती एक बार फिर कांप उठी है। कामचटका पेनिनसुला के पूर्वी तट के पास करीब 7.1 तीव्रता का भूकंप आया। इसके बाद सुनामी का भी अलर्ट जारी किया गया है। भूकंप का केंद्र जमीन से 15 किलोमीटर नीचे बताया गया है। 

Earthquake in Russia: शनिवार 13 सितंबर को रूस के कामचटका प्रायद्वीप के पूर्वी तट के करीब जबर्दस्त भूकंप के झटके आए। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 7.1 मापी गई है। हालांकि, अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (USGS) ने इसे 7.4 बताया है। वहीं, रूसी मीडिया का कहना है कि ये भूकंप 8.8 तीव्रता का है। पैसिफिक सुनामी वार्निंग सिस्टम ने सुनामी की आशंका जताई है। वहीं, अब तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। 

2 महीने पहले इसी इलाके में आया था 8.8 तीव्रता का भूकंप 

बता दें कि ये भूकंप उसी इलाके में आया है, जहां जुलाई में 8.8 तीव्रता का भूकंप आया था। इसके बाद पूरे प्रशांत क्षेत्र में सुनामी की चेतावनी जारी की गई थी, जिसमें हवाई, चिली और कोस्टा रिका जैसे देश शामिल थे। ये भूकंप इतना ताकतवर था कि इससे समुद्र में करीब 4 मीटर (13 फीट) ऊंची लहरें उठी थीं, जिनसे कई इमारतों को नुकसान पहुंचा था। बता दें कि रूस का कामचटका पेनिनसुला प्रशांत क्षेत्र के रिंग ऑफ फायर में आता है। ये वो इलाका है, जहां अक्सर भूकंप और ज्वालामुखी फटते रहते हैं। ये इलाका धरती पर सबसे ज्यादा भूकंप वाले क्षेत्रों में शामिल है। 

रिंग ऑफ फायर क्या है?

रिंग ऑफ फायर प्रशांत महासागर के चारों ओर स्थित घोड़े की नाल के आकार का वो क्षेत्र है, जहां सबसे ज्यादा भूकंपीय और ज्वालामुखी आते हैं। यह क्षेत्र पृथ्वी की टेक्टोनिक प्लेटों के मिलने और टकराने के कारण बना है, जिसकी वजह से मैग्मा ऊपर की तरफ आता है और नतीजतन ज्वालामुखी व भूकंप आते हैं। रिंग ऑफ फायर फिलीपींस, जापान, इंडोनेशिया, न्यूजीलैंड, चिली, अंटार्कटिका और उत्तरी व दक्षिणी अमेरिका के पश्चिमी तट से होकर गुजरता है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस इलाके में दुनिया के 90% भूकंप आते हैं।

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