सार

ये तस्वीरें उन महामहिमों(President) की हैं, जो देश को अंधकार में छोड़कर भाग निकले। अगस्त, 2021 में अफगान मे तालिबान के डर से अशरफ गनी भाग निकले थे, जबकि जुलाई, 2022 में श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे भाग लिए। इस बीच श्रीलंका में इमरजेंसी का ऐलान कर दिया गया है।

वर्ल्ड न्यूज. सालभर के अंदर दक्षिण एशियाई दो देशों के राष्ट्रपति विदेश भागे हैं। अगस्त 2021 में तालिबान के कब्जे के बीच अफगान राष्ट्रपति अशरफ गनी ने देश छोड़ दिया था। अब जुलाई 2022 में आर्थिक उथल-पुथल के बीच श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे भागकर मालदीव पहुंच गए हैं। आर्थिक संकट से गुजरते अपने देश श्रीलंका(Economic Crisis in Sri Lanka) को पटरी पर लाने के बजाय राष्ट्रपतिगोटबाया राजपक्षे( Sri Lanka President Gotabaya Rajapaksa) मालदीव भाग निकले। उनके देश छोड़कर भाग जाने के बाद श्रीलंका में इमरजेंसी का ऐलान कर दिया गया है। श्रीलंका के प्रधानमंत्री कार्यालय ने इसकी जानकारी दी। श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे(Sri Lanka Prime Minister Ranil Wickremesinghe) ने पश्चिमी प्रांत में तत्काल प्रभाव से कर्फ्यू लगाने का आदेश दिया है। प्रधान मंत्री कार्यालय का कहना है कि पूरे द्वीप को कवर करते हुए आपातकालीन कानून(Emergency Law) घोषित किया गया है।

ओमालपे सोबथा थेरा ने प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति भवन खाली करने को कहा
ओमालपे सोबिथा थेरा(Omalpe Sobitha Thera) ने प्रदर्शनकारियों से राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के इस्तीफा देते ही राष्ट्रपति भवन, राष्ट्रपति सचिवालय (पुराना संसद भवन) और टेम्पल ट्रीज को खाली करने का आग्रह किया था। हालांकि राजपक्षे इस्तीफा देने से पहले ही मालदीव भाग गए। सोबिथा थेरा ने जोर देकर कहा कि जो लोग राष्ट्रपति राजपक्षे के इस्तीफे की मांग कर रहे थे, उन्हें संतुष्ट होना चाहिए, क्योंकि वे अपने शुरुआती आब्जेक्टिव को अचीव करने में सक्षम रहे हैं। इसलिए सरकारी भवनों पर कब्जा करने की कोई आवश्यकता नहीं थी। थेरा ने राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे को पद से हटाने के अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। थेरा ने कहा कि उन इमारतों पर कब्जा जारी रखने से सुरक्षा को खतरा है। 

उग्र हुआ प्रदर्शन, आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े
प्रदर्शनकारियों ने बुधवार सुबह फ्लावर स्ट्रीट स्थित प्रधानमंत्री कार्यालय में घुसने की कोशिश की। इसके बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े। इस बीच, IGP सीडी विक्रमरत्ने ने सुरक्षा बलों को दंगा करने वालों को गिरफ्तार करने और हिंसक तरीके से व्यवहार करने वाले व्यक्तियों सहित भीड़ को ले जाने वाले वाहनों को जब्त करने का निर्देश दिया है।

भगोड़े श्रीलंकाई राष्ट्रपति का मालदीप में स्वागत
श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के देश छोड़कर भाग जाने और मंगलवार तड़के मालदीव पहुंचने की खबरों की बुधवार को पुष्टि हुई। गोटबाया राजपक्षे देश छोड़कर मंगलवार तड़के एक सैन्य विमान से मालदीव पहुंचे। कुछ रिपोर्टों में कहा गया है कि संसद अध्यक्ष और मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद ने हवाई अड्डे पर उनका स्वागत किया। ऐसी भी अफवाहें हैं कि मालदीव में गोटबाया की उपस्थिति को गुप्त रखने के लिए वेलाना अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (वीआईए) के कर्मचारियों को अलग-अलग जानकारी दी गई थी। रिपोर्टों के अनुसार, 73 वर्षीय गोटाबाया, उनकी पत्नी और एक बॉडीगार्ड एंटोनोव-32 विमान में सवार चार यात्रियों में शामिल थे। इस विमान ने कथित तौर पर सोमवार रात श्रीलंका के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरी थी।  श्रीलंकाई वायु सेना द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि राष्ट्रपति ने अपनी राष्ट्रपति शक्तियों के अनुसार और रक्षा मंत्रालय की मंजूरी के साथ मालदीव के लिए उड़ान भरने के लिए एक एसएलएएफ विमान तैयार किया। वायु सेना ने पुष्टि की कि विमान श्रीलंका छोड़ चुका था।

यह तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए गुस्सा जाहिर किया गया कि देश को चलाने के लिए कोई डॉलर या कोई ईंधन नहीं है, लेकिन सैन्य हेलीकॉप्टरों से लेकर #श्रीलंका के नागरिकों को डराने-धमकाने तक सब कुछ है। इसमें सेना को संबोधित करते हुए कहा कि सेना, ये सभी लोग आपके भविष्य के लिए लड़ रहे हैं। यह तस्वीर श्रीलंकाई T-20 क्रिकेटर गिहान(Gihan) ने tweet की है।

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