सार

सरकार ने सोमवार को कहा कि चीन में फैले नोवेल कोरोना वायरस के संक्रमण से देश में उत्पन्न हालात से निपटने के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं और स्वास्थ्य मंत्री की अध्यक्षता में गठित एक मंत्रिसमूह (जीओएम) रोजाना आधार पर समीक्षा कर रहा है।

नई दिल्ली. सरकार ने सोमवार को कहा कि चीन में फैले नोवेल कोरोना वायरस के संक्रमण से देश में उत्पन्न हालात से निपटने के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं और स्वास्थ्य मंत्री की अध्यक्षता में गठित एक मंत्रिसमूह (जीओएम) रोजाना आधार पर समीक्षा कर रहा है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने चीन में नोवेल कोरोना वायरस के प्रकोप के संबंध में भारत सरकार के कदमों के बारे में लोकसभा में स्वत: आधार पर बयान दिया और कहा, "मैं स्थिति की प्रतिदिन समीक्षा कर रहा हूं।" 

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा

उन्होंने कहा, "कैबिनेट सचिव ने स्वास्थ्य, रक्षा, विदेश, नागर विमानन, गृह, वस्त्र, फार्मा, वाणिज्य आद सभी संबंधित मंत्रालयों और राज्यों के मुख्य सचिवों सहित अन्य अधिकारियों के साथ दैनिक समीक्षा की है। स्वास्थ्य मंत्रालय ताजा स्थितियों की निरंतर समीक्षा कर रहा है। राज्यों के साथ हर दूसरे दिन वीडियो कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया जा रहा है।

एक समूह (जीओएम) बनाया गया है 

उन्होंने बताया कि उनकी अध्यक्षता में मंत्रियों का एक समूह (जीओएम) बनाया गया है जो पूरे देश में कोरोना वायरस के संक्रमण की आशंका के चलते उत्पन्न स्थिति पर निगरानी रख रहा है, इसमें विदेश मंत्री, नागर विमानन मंत्री, गृह राज्य मंत्री, जहाजरानी राज्य मंत्री और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री को शामिल किया गया है।

उन्होंने सदन को आश्वस्त किया कि भारत सरकार स्थिति पर निरंतर निगरानी रखी गई है तथा नोवेल कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए सभी आवश्यक कदम उठा रही है।

केरल से कोरोना वायरस के तीन पॉजिटिव मामलें

हर्षवर्धन ने कहा, " हमारे देश में अभी तक केरल से कोरोना वायरस के तीन पॉजिटिव मामलों की पुष्टि हुई है। इन लोगों ने अतीत में चीन के वुहान क्षेत्र की यात्रा की थी।" उन्होंने कहा कि इन लोगों को पृथक कर दिया गया है तथा क्लीनिकल आधार पर इनकी हालत स्थिर बताई गई है।

17 जनवरी को पहला यात्रा परामर्श जारी किया 

उन्होंने बताया कि नोवेल कोरोना वायरस फैलने की आशंका को देखते हुए भारत सरकार ने 17 जनवरी को पहला यात्रा परामर्श जारी किया था। यात्रा परामर्शों को भी हर दिन आवश्यकता के आधार पर बदला जा रहा है।

हर्षवर्धन ने कहा कि वर्तमान में चीन से आने वाले किसी भी विदेशी नागरिक को मिला वर्तमान वीजा, जिसमें पूर्व में जारी ई-वीजा भी शामिल है, वैध नहीं है। लोगों को चीन की यात्रा न करने की सलाह दी गई है तथा चीन से लौटे लोगों को अलग रखा जा रहा है।

21 हवाईअड्डों पर 28 जनवरी से यात्रियों की स्क्रीनिंग की जा रही है

उन्होंने बताया कि जिन लोगों को भारत की यात्रा करने के लिए, बहुत ही मजबूरी हो, उनसे बीजिंग स्थित भारतीय दूतावास अथवा शंघाई या गुआंग्झाओ स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास से संपर्क करने को कहा गया है।

हर्षवर्धन ने बताया कि दिल्ली, मुंबई, चेन्नई सहित कुल 21 हवाईअड्डों पर 28 जनवरी से यात्रियों की स्क्रीनिंग की जा रही है। सिंगापुर, थाईलैंड, हांगकांग एवं चीन से आने वाली सभी उड़ानों के लिए सार्वभौम थर्मल स्क्रीनिंग को अनिवार्य बना दिया गया है।

1,97,192 यात्रियों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है

उन्होंने बताया कि अभी तक कुल 1818 उड़ानों से यात्रा करने वाले 1,97,192 यात्रियों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है। उन्होंने बताया कि 12 प्रमुख बंदरगाहों एवं सभी छोटे बंदरगाहों पर चीन से आने वाले यात्रियों एवं चालक दल के सदस्यों की स्क्रीनिंग की जा रही है तथा उनमें लक्षण मिलने पर पृथक सुविधाओं में रखा जा रहा है।

हर्षवर्धन ने बताया कि नेपाल में एक मामले की पुष्टि होने के कारण सभी समन्वित चौकियों पर स्क्रीनिंग शुरू कर दी गई है और इसमें उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, बिहार में तथा सीमा सशस्त्र बल एवं भूमि पत्तन अधिकारियों का सहयोग लिया जा रहा है।

647 भारतीय एवं सात मालदीव के नागरिक थे

उन्होंने बताया कि 31 जनवरी और एक फरवरी को दिल्ली से वुहान के लिए एयर इंडिया की दो विशेष उड़ानें भेजी गई थीं। इन उड़ानों के जरिये कुल 654 यात्रियों को लाया गया जिनमें 647 भारतीय एवं सात मालदीव के नागरिक थे। इनमें दो भारतीय दूतावास के अधिकारी थे जो वुहान में भारतीयो को निकालने के अभियान में समन्वय कर रहे थे।

हर्षवर्धन ने कहा, "मैं एयर इंडिया, इसके कार्मिक दल और अपने चिकित्सकों तथा पराचिकित्सा स्टाफ को धन्यवाद देना चाहूंगा, जिन्होंने इस चुनौतीपूर्ण ऑपरेशन को अंजाम दिया।"

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री ने बताया

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री ने बताया कि चीन में भारतीय दूतावास एवं वाणिज्य दूतावास भारतीय समुदाय के साथ निरंतर संपर्क बनाए हुए है ताकि उनके कुशल-क्षेम के बारे में जानकारी ली जा सके।

उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने नोवेल कोरोनावायरस रोग से उपजी चुनौती का सामना करने के लिए अन्य देशों को भी सहायता उपलब्ध कराई है। आईसीएमआर ने दक्षेस के सदस्य देशों के समक्ष नमूनों की जांच का प्रस्ताव रखा है।

37,198 मामलों की पुष्टि हुई और 811 लोगों की मौत 

हर्षवर्धन ने बताया कि मालदीव से प्राप्त नमूनों की जांच शुरू की जा चुकी है। अफगानिस्तान से नमूनों की जांच संबंधी अनुरोध को स्वीकार कर लिया गया है। हम इस संक्रामक रोग के उपचार और यात्रियों की जांच के लिए भूटान को तकनीकी सहायता उपलब्ध कराने के लिए भी सहमत हो गए हैं।

स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि चीन में 9 फरवरी की स्थिति के अनुसार कोरोना संक्रमण के 37,198 मामलों की पुष्टि हुई है और 811 लोगों की मौत हो चुकी है। उन्होंने यह भी बताया कि चीन के अलावा हांगकांग, मकाऊ और ताईवान समेत 27 देशों में कोरोना वायरस के 354 मामलों की पुष्टि हुई है।

इस महामारी को  पीएचआईईसी घोषित किया

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने गत 30 जनवरी को इस महामारी को "पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी ऑफ इंटरनशेनल कंसर्न" (पीएचआईईसी) घोषित किया था।

(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)