सार

द अमेरिकन ड्रीम कार में राजशी सुविधाएं हैं। इसमें एक बिस्तर, एक डाइविंग बोर्ड के साथ एक स्विमिंग पूल, जकूज़ी, बाथटब, मिनी-गोल्फ कोर्स, एक हेलीपैड और 75 से अधिक लोगों के बैठने की व्यवस्था है। इसमें कई टीवी, फ्रीज और टेलीफोन भी लगाया गया है। 

वाशिंगटन। आमतौर पर फाइव सीटर या सेवन सीटर कार के बारे में ही आप सुने होंगे। क्या कभी 100 फीट लंबी 75 सीटर कार के बारे में कभी सुना या देखा है। आश्चर्य मत करिए 100 मीटर लंबी कार...। दरसअल, दुनिया की सबसे लंबी कार एक बार फिर तैयार कर दी गई है। 

सुपर लिमो की करिए सवारी...

कई दशकों की मेहनत के बाद आखिरकार दुनिया की सबसे लंबी कार बहाल हो गई है और क्रूज के लिए भी तैयार है। 1986 में गिनीज बुक वर्ल्ड रिकार्ड में सबसे लंबी कार का खिताब पाने वाले सुपर लिमो की लंबाई 1 मार्च 2022 को, सुपर लिमो 30.54 मीटर (100 फीट और 1.50 इंच) की लंबाई में तैयार किया गया है। 

पहले अमेरिकन ड्रीम की लंबाई थी कम

पहली बार 1986 में प्रसिद्ध कार कस्टमाइज़र जे ओहरबर्ग द्वारा बरबैंक, कैलिफ़ोर्निया में द अमेरिकन ड्रीम (The American Dream) को बनाया गया था। मूल रूप के बारे में स्पेशिफिकेशन जारी किया गया। यह कार 18.28 मीटर (60 फीट) मापा गया, 26 पहियों पर चलता था। इसमें आगे और पीछे V8 इंजन की एक जोड़ी थी। ओहरबर्ग ने बाद में लिमो को एक आश्चर्यजनक 30.5 मीटर (100 फीट) लंबा कर दिया।

बता दें कि सामान्य तौर पर कोई भी कार 12 से 16 फीट (3.6 से 4.2 मीटर) के बीच होती है। ऐसे में द अमेरिकन ड्रीम कार खड़ी करने का मतलब, आप एक दर्जन से अधिक कारों को एक लाइन में पार्क कर सकते हैं और द अमेरिकन ड्रीम तब भी उन सभी से अधिक लंबी होगी।

1976 के कैडिलैक एल्डोरैडो लिमोसिन के आधार पर, रिकॉर्ड तोड़ने वाली ऑटोमोबाइल को दोनों सिरों से चलाया जा सकता है। कार को दो खंडों में बनाया गया है, तंग कोनों को मोड़ने के लिए बीच में एक काज से जुड़ा हुआ है।

चलता फिरता आलीशान घर है यह कार

द अमेरिकन ड्रीम कार में राजशी सुविधाएं हैं। इसमें एक बिस्तर, एक डाइविंग बोर्ड के साथ एक स्विमिंग पूल, जकूज़ी, बाथटब, मिनी-गोल्फ कोर्स, एक हेलीपैड, और 75 से अधिक लोगों के बैठने की व्यवस्था है। इसमें कई टीवी, फ्रीज और टेलीफोन भी लगाया गया है। 

द अमेरिकन ड्रीम का इतिहास

पहली बार 1986 में गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स द्वारा मान्यता प्राप्त होने के बाद, द अमेरिकन ड्रीम अचानक प्रसिद्धि में आ गया। अब तक के सबसे अनोखे ऑटोमोबाइल में से एक इस लंबे लिमो को अक्सर सिनेमाई प्रदर्शनों के लिए किराए पर दिया जाता था। इस कार को कई फिल्मों में दिखाया भी गया है। हालांकि, इसके रखरखाव में बेहद दिक्कतें साथ ही इधर-उधर ले जाने में काफी परेशानी झेलने की वजह से इसकी लोकप्रियता धीरे धीरे कम होती गई और इसकी बुकिंग कम होती चली गई। इतने लंबे वाहन के पार्किंग को लेकर सबसे बड़ी समस्या खड़ी होती थी जिस वजह से फिल्मों में भी मांग कम हो गई। 

जब मांग कम हुई तो खड़ा-खड़ा खराब होने लगा

द अमेरिकन ड्रीम में दुनिया की दिलचस्पी खत्म होने के बाद, इस दिग्गज कार को सालों तक कहीं बुक नहीं किया गया। फिर क्या था, एक जगह खड़ा खड़ा इसमें जंग लगने लगा। 

एक प्रयास से फिर द अमेरिकन ड्रीम कार के दिन बहुरे

न्यू यॉर्क के नासाउ काउंटी में माइकल मैनिंग के स्वामित्व वाले एक तकनीकी शिक्षण संग्रहालय ऑटोसियम ने कुछ सालों पहले इस कार को अपने यहां लाने का फैसला किया। मैनिंग ने द अमेरिकन ड्रीम को ईबे पर सूचीबद्ध देखा और एक प्रस्ताव दिया, इस उम्मीद में कि यह सुपर स्ट्रेच्ड लिमो के मालिक होने का मौका मिल सकता है। मैनिंग ने कहा, "जिस निगम ने इसे सूचीबद्ध किया था, वह मुझे इसे बेचना नहीं चाहता था क्योंकि उन्हें लगा कि मेरा प्रस्ताव बहुत कम है, इसलिए मैंने उनके साथ साझेदारी करने और इसे न्यूयॉर्क लाने का सौदा किया।" 

लेकिन यहां आने के बाद कोई काम न हो सका

मैनिंग ने सोचा कि कम्युनिटी डोनेशन से सुपर लिमो को वह मरम्मत कर उसके पुराने स्वरूप में ला देंगे लेकिन काउंटी की राजनीति ने उनकी योजना पर पानी फेर दिया। एक बार फिर कार का भाग्य अनिश्चित बना रहा। मैनिंग कहते हैं कि वह इस कार को अपने स्कूल के संग्रहालय के लिए रखना चाहते थे लेकिन परियोजना के लिए पर्याप्त धन नहीं था। ऐसे में यह कार करीब सात-आठ सालों तक खड़ी खराब होती रही। उधर, कार जहां खड़ी थी उस नासाउ काउंटी के साथ ऑटोसियम का पट्टा समाप्त हो गया। ऐसे में कार खड़ी करने को लेकर भी दिक्कतें शुरू हो गईं। 

एक बार फिर कार नीलामी को तैयार...

मैनिंग ने कहा, "मैंने इसे फिर से eBay पर सूचीबद्ध कर दिया। मुझे लगा कि अगर मैंने इसे नहीं बेचा, तो मैं इसे कैट्सकिल्स में मौजूद अपनी जमीन तक पहुंचा दूंगा।"

तीन साल पहले हुआ कुछ ऐसा कि...

2019 में, फ्लोरिडा के ऑरलैंडो में डेज़रलैंड पार्क कार संग्रहालय के मालिक माइकल डेज़र ने ईबे पर सूचीबद्ध प्रतिष्ठित कार को देखा और मैनिंग से संपर्क किया।
डेज़र ने कैडी को खरीदने के बाद, इसे ऑरलैंडो, फ्लोरिडा लाने का फैसला किया। यहां कार को सही करने के लिए मैनिंग को भी डेज़र ने साथ रहकर सहायता के लिए प्रस्ताव दिया।

दो हिस्सों में बांटकर कार को ऑरलैंडो पहुंचाया

न्यू यॉर्क से ऑरलैंडो तक अपनी क्रॉस-कंट्री ट्रिप की तैयारी के लिए, द अमेरिकन ड्रीम को दो भागों में विभाजित किया गया और ट्रेलरों पर लोड किया गया। ऑटोबॉडी रिपेयर स्टूडेंट्स और साथी ऑटो रिपेयर एक्सपर्ट पॉल नोवाक और स्टीफन वेप्रेच्ट की मदद से, मैनिंग फ्लोरिडा गए जहां समूह ने कार का पुराना स्वरूप बहाल करने के लिए मिलकर काम करना शुरू किया।

250 हजार डॉलर में कार फिर हो गया तैयार

इस कार की शिपिंग, पार्ट्स और श्रम में करीब 250 हजार डॉलर (190,725 पाउंड) से अधिक की लागत आई। और इस परियोजना को पूरा होने में तीन साल लगे। तीन साल पहले खराब हो चुकी कार, एक शानदार कार बन चुकी थी।

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