सार

हिज़्बुल्लाह ने इज़राइल पर रॉकेट हमले कर जवाबी कार्यवाही का दावा किया है, जिसके बाद इज़राइल में 48 घंटे का आपातकाल घोषित कर दिया गया है। हिज़्बुल्लाह का कहना है कि यह हमला उसके एक कमांडर की हत्या का बदला लेने के लिए किया गया था।

लेबनान: हिज़्बुल्लाह ने इज़राइल के खिलाफ पहले चरण का जवाबी हमला पूरा करने का दावा किया है। रॉकेट हमले के मद्देनजर इज़राइल में 48 घंटे का आपातकाल घोषित कर दिया गया है। पर्यटन स्थलों और सार्वजनिक स्थानों को बंद कर दिया गया है। हिज़्बुल्लाह का दावा है कि यह हमला उसके कमांडर की हत्या का बदला लेने के लिए किया गया था। रविवार सुबह से ही इजरायली सेना ने हजारों रॉकेटों को नष्ट करने का दावा किया है। 

अमाल मूवमेंट ने दावा किया है कि तीन हिज़्बुल्लाह सदस्य मारे गए हैं। आंतरिक मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, हिज़्बुल्लाह ने दावा किया है कि उसके कमांडर की हत्या के बदले में 320 रॉकेट और ड्रोन इज़राइल में दागे गए। दोनों देशों के बीच युद्ध छिड़ने की आशंका के बीच यह ताज़ा हमला हुआ है। गाजा में इज़राइली हमले के बाद से इज़राइल-लेबनान सीमा पर इस तरह के हमले लगभग रोजाना होते रहे हैं। 

हिज़्बुल्लाह ने फिलिस्तीन के समर्थन में हमले की घोषणा की है। इज़राइल, ब्रिटेन और कई अन्य देशों ने हमास और हिज़्बुल्लाह को आतंकवादी संगठन घोषित किया है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, पिछले अक्टूबर से लेबनान में 560 से ज्यादा लोग मारे गए हैं। अधिकारियों के अनुसार, इनमें हिज़्बुल्लाह के आतंकवादी, 26 नागरिक और 23 सैनिक शामिल हैं। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, सीमावर्ती क्षेत्रों में 200,000 लोग विस्थापित हुए हैं।

बीबीसी सहित मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि रविवार को हुआ हमला 2006 के बाद से हिज़्बुल्लाह द्वारा किया गया सबसे बड़ा हमला है। इस बीच, इजरायली सेना ने दावा किया है कि उसके लड़ाकू विमानों ने दक्षिणी लेबनान सीमा के पास एक क्षेत्र में हजारों रॉकेट नष्ट कर दिए हैं।