सार

भारत सहित संयुक्त राष्ट्र (United Nations) के 107 दस्य देशों ने रिकॉर्ड वोट के पक्ष में मतदान करने के बाद गुप्त मतदान के लिए मास्को की मांग को खारिज कर दिया है। दुनिया भर के केवल 13 देशों ने गुप्त मतदान के लिए रूस की मांग पर सहमति जताई है। 
 

India Against Russia In UNGA. रूस-यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद से यह पहला मौका है, जब भारत ने रूस के खिलाफ कदम उठाया है। भारत सहित संयुक्त राष्ट्र के 107 दस्य देशों ने रिकॉर्ड वोट के पक्ष में मतदान करने के बाद गुप्त मतदान के लिए मास्को की मांग को खारिज कर दिया है। दुनिया भर के केवल 13 देशों ने गुप्त मतदान के लिए रूस की मांग पर सहमति जताई है। जबकि 39 देशों ने वोटिंग में हिस्सा ही नहीं लिया। मतदान न करने वाले देशों में रूस और चीन दोनों शामिल हैं। 

सीक्रेट वोटिंग की मांग खारिज
संयुक्त राष्ट्र में अपने सबसे करीबी सहयोगी के खिलाफ जाते हुए भारत ने यूक्रेन के चार क्षेत्रों के मास्को के अवैध कब्जे की निंदा करने के लिए संयुक्त राष्ट्र महासभा में गुप्त मतदान की रूस की मांग को खारिज करने के लिए मतदान किया है। इसमें 100 से अधिक देशों के साथ नई दिल्ली भी सार्वजनिक वोटिंग के पक्ष में है। अल्बानिया ने सोमवार को 193 सदस्यीय संयुक्त राष्ट्र महासभा के समक्ष एक प्रस्ताव रखा है। यह मसौदा प्रस्ताव रूस के अवैध तथाकथित जनमत संग्रह की निंदा करेगी और डोनेट्स्क, खेरसॉन, लुहान्स्क और जापोरिज्जिया क्षेत्रों के अवैध कब्जे पर कार्रवाई का प्रयास करेगी।

रूस-चीन ने मतदान नहीं किया
इस प्रस्ताव के जवाब में रूस ने मांग की है कि प्रस्ताव पर गुप्त मतदान किया जाए। हालांकि भारत सहित संयुक्त राष्ट्र के 107 सदस्य देशों द्वारा रिकॉर्ड किए गए वोट के पक्ष में मतदान के बाद गुप्त मतदान के लिए मास्को की मांग को खारिज कर दिया गया है। वहीं 13 देशों ने गुप्त मतदान के लिए रूस के आह्वान के पक्ष में मतदान किया। जबकि 39 देशों ने मतदान में भाग नहीं लिया। रूस और चीन उन देशों में शामिल हैं जिन्होंने मतदान नहीं किया। 

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