सार
विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि कीव में भारतीय दूतावास द्वारा पहली यात्रा सलाह जारी किए जाने के बाद से कुल 18,000 भारतीय नागरिक यूक्रेन छोड़ चुके हैं। MEA के आधिकारिक प्रवक्ता अरिंदम बागची ने विशेष ब्रीफिंग में कहा, अगले 24 घंटों के लिए 18 उड़ानें निर्धारित हैं।
नई दिल्ली। यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए भारतीय वायुसेना के विमान सक्रिय हो चुके हैं। ऑपरेशन गंगा के तहत पहले चार भारतीय वायु सेना के C-17 विमानों ने रोमानिया, हंगरी और पोलैंड के हवाई क्षेत्र का उपयोग करके 798 भारतीय नागरिकों को निकाला। यही नहीं इन विमानों की मदद से 9.7 टन राहत सामग्री की आपूर्ति भी की जा चुकी है।
दरअसल, यूक्रेन में रूस के हमले के बाद हजारों की संख्या में भारतीय वहां फंसे हुए हैं। इन भारतीयों में अधिक मेडिकल की पढ़ाई करने गए युवा हैं। यूक्रेन-रूस युद्ध के कुछ दिन पूर्व ही भारत सरकार ने एडवाइजरी जारी कर भारतीयों को यूक्रेन छोड़ने को कहा था लेकिन इनके पास वापस लौटने का कोई ऑप्शन नहीं था। कोई फ्लाइट नहीं होने की वजह से हजारों की संख्या में भारतीय फंसे रहे। हालांकि, एयर इंडिया ने स्पेशल फ्लाइट का ऐलान किया लेकिन एक ही फ्लाइट वह भेज सका। दूसरी फ्लाइट युद्ध शुरू होने की वजह से बीच से ही लौटना पड़ा था।
भारतीयों की यूक्रेन के पड़ोसी देशों के माध्यम से निकासी
हालांकि, यूक्रेन में फंसे भारतीयों को यूक्रेन सीमा से सटे देशों की मदद से निकाला जा रहा है। भारतीय छात्र किसी तरह पैदल चलकर बार्डर पर पहुंच रहे हैं। वहां से इन भारतीयों को व्यवस्था कराकर भेजने का काम किया जा रहा है। इसी बीच एक भारतीय स्टूडेंट की रूसी हमले में मौत के बाद स्थितियां और तनावपूर्ण और दहशत भरी हो गईं। हालांकि, यूक्रेन से सटे देशों में भारत सरकार ने अपने चार मंत्रियों को भी भेजा है ताकि छात्रों को जल्द से जल्द वहां से निकाला जा सके।
18 फ्लाइट्स से 24 घंटे में भारतीयों को लाया जाएगा वापस
विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि कीव में भारतीय दूतावास द्वारा पहली यात्रा सलाह जारी किए जाने के बाद से कुल 18,000 भारतीय नागरिक यूक्रेन छोड़ चुके हैं। MEA के आधिकारिक प्रवक्ता अरिंदम बागची ने विशेष ब्रीफिंग में कहा, अगले 24 घंटों के लिए 18 उड़ानें निर्धारित हैं, जिनमें तीन IAF C-17 और एयर इंडिया, इंडिगो, स्पाइस जेट, गो फर्स्ट और गो एयर जैसी अन्य वाणिज्यिक उड़ानें शामिल हैं। रूस के सैन्य अभियान के बीच यूक्रेन से भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए ऑपरेशन गंगा चलाया जा रहा है। ऑपरेशन गंगा के तहत 30 उड़ानें अब तक यूक्रेन से 6,400 भारतीयों को वापस ला चुकी हैं। बड़ी संख्या में भारतीय यूक्रेन की सीमा पार कर गए हैं। हम इन सभी भारतीय नागरिकों को जल्द से जल्द भारत वापस लाने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम और उड़ानें शेड्यूल कर रहे हैं। अगले 2-3 दिनों में बड़ी संख्या में भारतीय स्वदेश लौट आएंगे।
खार्किव में रहने वाले सभी भारतीय नागरिक तत्काल फॉर्म भरें
विदेश मंत्रालय ने यूक्रेन के खार्किव में भारतीय नागरिकों के लिए एक एडवाइजरी जारी की, जिसमें कहा गया है कि संभावित खतरनाक स्थिति की आशंका जताई जा रही है।एडवाइजरी जारी किए जाने के बाद बड़ी संख्या में छात्र खार्किव छोड़ चुके हैं। विदेश मंत्रालय ने जानकारी दी है कि यूक्रेन की पश्चिमी सीमाओं को पार करने की प्रतीक्षा कर रहे भारतीयों की कुल संख्या कम हो गई है। प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि मैं भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए रूसी और यूक्रेन के अधिकारियों के संपर्क में हूं। उधर, कीव में भारतीय दूतावास ने एक ट्वीट में आग्रह किया कि पेसोचिन को छोड़कर खार्किव में रहने वाले सभी भारतीय नागरिक तत्काल अपना विवरण उस फॉर्म में भरें जिसे दूतावास ने अपने ट्विटर हैंडल पर साझा किया है।
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