सार
कनाडा में भारतीय दूतावास के बाहर खालिस्तान समर्थकों ने विरोध प्रदर्शन किया। प्रवासी भारतीय समुदाय ने उन्हें करारा जवाब दिया और तिरंगा झंडा लहराकर कहा कि सिख खालिस्तानी नहीं हैं।
टोरंटो। कनाडा के टोरंटो में शनिवार को भारत के वाणिज्य दूतावास के बाहर खालिस्तान समर्थकों ने विरोध प्रदर्शन किया। खालिस्तानी झंडा लेकर दर्जनों लोग दूतावास के सामने आ गए और प्रदर्शन करने लगे। प्रवासी भारतीय समुदाय ने इन्हें करारा जवाब दिया। दर्जनों प्रवासी भारतीय तिरंगा झंडा लेकर दूतावास के बाहर आ गए। उन्होंने भारत के राष्ट्रध्वज तिरंगे को लहराकर कहा कि सिख खालिस्तानी नहीं हैं।
इस घटना का वीडियो सामने आया है। इसमें सड़क के दोनों ओर लोग झंडे लिए खड़े दिखाई दे रहे हैं। भारत के दूतावास के सामने तिरंगा झंडा लिए लोग खड़े दिख रहे हैं। वहीं, सड़क के उस पार खालिस्तान समर्थक दिख रहे हैं। प्रवासी भारतीय सदस्यों ने एक तख्ती लिया हुआ था। इसपर लिखा था, "खालिस्तानी सिख नहीं हैं।" प्रवासी भारतीयों ने "भारत माता की जय" और "वंदे मातरम" के नारे लगाए।
खालिस्तान समर्थकों ने दिखाए हरदीप सिंह निज्जर के पोस्टर
खालिस्तानी समूह ने एसएफजे नेता हरदीप सिंह निज्जर के पोस्टर दिखाए। निज्जर की हत्या 18 जून को ब्रिटिश कोलंबिया के सरे में हुई थी। खालिस्तान समर्थकों ने हत्या के पीछे भारत का हाथ होने का आरोप लगाया था। निज्जर खालिस्तान टाइगर फोर्स का प्रमुख था। उस पर आतंकवाद से संबंधित कई आरोप लगाए गए थे।
कनाडा में बैठे खालिस्तानी भारत के खिलाफ रच रहे साजिश
बता दें कि कनाडा में बड़ी संख्या में खालिस्तानी छिपे बैठे हैं। ये भारत के खिलाफ साजिश रच रहे हैं। कनाडा में पिछले कुछ समय में भारत के खिलाफ खालिस्तान समर्थकों का विरोध प्रदर्शन बढ़ा है। शनिवार रात को खालिस्तानियों ने ओंटारियो के ब्रैम्पटन में हिंदू मंदिर पर पोस्टर लगाया था। पोस्टर में कनाडा में शीर्ष भारतीय राजनयिकों को निशाना बनाने की धमकी दी गई थी।
खालिस्तान समर्थकों ने किल इंडिया रैली निकाली। इसका नेतृत्व गुरुपतवंत सिंह पन्नू और परमजीत सिंह पम्मा जैसे खालिस्तानी आतंकवादियों ने किया था। इनपर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई से फंडिंग लेने का आरोप है। करीब 250 खालिस्तान समर्थक भारत के वाणिज्य दूतावास वाली इमारत की सड़क के पार एकत्र हुए।