सार
गाजा में चल रहे तनाव को दूर करने के लिए सोमवार को भारती की स्थायी प्रतिनिधि रचिरा कंबोज ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में कुछ खास बातें कहीं है। जिसमें बंधकों को रिहा करने की बात भी कही है।
इजराइल. इजराइल और हमास के बीच चल रहे युद्ध में गाजा के हालात काफी दयनीय हो चुके हैं। गाजा में चल रही हिंसा और तनाव के कारण हो रही मौतों को रोकने के लिए भारतीय प्रतिनिध रुचिरा कंबोज ने अपनी बात रखी है। हम आपको ये सभी बातें पाइंट टू पाइंट बताने जा रहे हैं।
भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज सहित अन्य ने युद्ध विराम के लिए संयुक्त राष्ट्र महासभा में कहा...
- गाजा में तनाव कम करने के लिए हिंसा से तुरंत बचना चाहिए।
- सभी बंधकों को तुरंत रिहा करें।
- हिंसा को बढ़ावा देने वाली गतिविधियों से बचें।
- शांति वार्ता फिर से शुरू करना चाहिए।
- अंतरर्राष्ट्रीय कानून का सम्मान होना चाहिए।
- भारत हमेशा हिंसा का विरोध करता है।
- स्वास्थ मंत्रालय के अनुसार अब तक 30 हजार लोगों की मौत हो चुकी है।
- जिसमें सबसे अधिक महिलाएं और बच्चे हैं।
- गाजा में संघर्ष फैलने के साथ ही कई खतरों के बारे में अलर्ट किया है।
- मानवीय संकट गहरा गया है। इस कारण क्षेत्र भी अस्थिरता की ओर बढ़ रहा है।
- लेबनान में इजराइली सेना और हिजबुल्लाह के बीच टकराव हुआ है।
- इस संघर्ष की गूंज लाल सागर में भी सुनाई दे रही है।
- संयुक्त राष्ट्र के अधिकारियों ने गाजा में अकाल के अन्य खतरे की चेतावनी दी है।
- भारत ने फिलिस्तीन के लोगों को मानवीय सहायता प्रदान की है और आगे भी करता रहेगा।
- तनाव और हिंसा की स्थिति को बिगड़ने से रोकने के लिए गाजा के लोगों को मानवीय सहायता तुरंत बढ़ाई जाए।
महासभा के अध्यक्ष डेनिस फ्रांसिस ने कहा…..
- यह बेहद अफसोसजनक है कि संस्था को गाजा के संदर्भ में सुरक्षा परिषद के वीटो के मुद्दे को उठाना पड़ा।
- तत्काल युद्धविराम और बंधकों को मुक्त करने का आह्वान किया।
- युद्ध से हुई हर मौत हमारे सामूहिक विवेक पर एक धब्बा है।
अमेरिकी उप स्थायी प्रतिनिधि रॉबर्ट वुड ने अल्जीरिया के प्रस्ताव पर वीटो किए जानेे का बचाव करते हुए कहा कि यह प्रस्ताव युद्ध विराम के लिए जारी प्रयासों को बाधित कर सकता था।
आपको बतादें कि 15 सदस्यीय सुरक्षा परिषद में 13 सदस्यों ने प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया था। अमेरिका ने वीटो किया था और ब्रिटेन अनुपस्थित रहा था।
अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने तत्काल युद्धविराम का आह्वान किया।
- वे बोलीं कम से कम छह सप्ताह के लिए तत्काल युद्ध विराम होना चाहिए।
महासभा में फिलिस्तीन के स्थायी पर्यवेक्षक रियाद मंसूर ने भूख से मरने वाले एक बच्चे की तस्वीर दिखाते हुए इज़राइल पर भूखमरी को एक हथियार के रूप में इस्तेमाल करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा इज़राइल फिलिस्तीनी लोगों पर बेलगाम अत्याचार कर रहा है। इजराइल के स्थायी प्रतिनिधि गिलाद एर्दान ने संयुक्त राष्ट्र पर हमला बोलते हुए हमास का सहयोगी बताया।