सार
हसन नसरल्लाह, हिजबुल्लाह के नेता, एक गरीब परिवार से निकले और एक शक्तिशाली पैरामिलिट्री संगठन के प्रमुख बने। उन्होंने इजरायल के खिलाफ मोर्चा खोला और अरब दुनिया में अपनी पहचान बनाई, लेकिन उन्हें व्यक्तिगत क्षति का भी सामना करना पड़ा।
Israel killed Hezbollah leader Nasrallah: इजरायल ने हिजबुल्लाह के ताकतवर नेता हसन नसरल्लाह का खात्मा कर दिया है। हिजबुल्लाह की टॉप लीडरशिप और संगठन को खत्म करने में जुटे इजरायल ने हजारों मिसाइल दाग कर उसके पूरे इंफ्रास्ट्रक्चर को तबाह कर रहा है। घर में घुसकर भयानक मौत मारे गए हिजबुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह से जुड़े बड़े तथ्य...
- जवानी के दिनों में लेबनान का गृहयुद्ध देखा: हसन नसरल्लाह का जन्म 31 अगस्त 1960 में हुआ था। लेबनान के बेरूत में एक गरीब शिया परिवार में जन्मे नसरल्लाह ने अपने युवावस्था के दौरान लेबनान गृहयुद्ध को करीब से देखा।
- कैसे हुआ हिजबुल्लाह का गठन? 1982 में लेबनान पर इजरायल ने हमला किया। इसके बाद इजरायल से मोर्चा लेने के लिए एक संगठन बना। यह संगठन ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स के समर्थन से बना। इसे हिजबुल्लाह नाम दिया गया जिसके सदस्य नसरल्लाह बने।
- धीरे-धीरे ताकतवर होता गया नसरल्लाह: हिजबुल्लाह के गठन के बाद धीरे-धीरे हसन नसरल्लाह ताकतवर होता गया। नसरल्लाह 1992 में अपने पूर्ववर्ती अब्बास मुसावी की इजरायली सेना द्वारा हत्या के बाद हिजबुल्लाह के महासचिव बना। इसके बाद वह अपनी ताकत में इजाफा तेजी से करता रहा।
- हिजबुल्लाह को पैरामिलिट्री संगठन में बदला: हिजबुल्लाह की कमान जब हसन नसरल्लाह के हाथों में गया तो उन्होंने संगठन को एक शक्तिशाली पैरामिलिट्री संगठन में तब्दील कर दिया। इसके पास किसी सेना से कम हथियार, ड्रोन, मिसाइल आदि नहीं हैं।
- इजरायली सेना को खदेड़ा: इजरायल जो कभी लेबनान पर अपनी ताकत दिखाता था, उसी लेबनान की धरती पर हिजबुल्लाह ने इजरायली सेना को खदेड़ने का काम किया। 2000 में दक्षिणी लेबनान से इजरायली सेना को हिजबुल्लाह ने सेना के सहयोग खदेड़ दिया।
- अरब में लोहा मनवाया: 2006 के लेबनान युद्ध के दौरान हिजबुल्लाह प्रमुख नसरल्लाह के नेतृत्व ने अरब दुनिया में कई लोगों के बीच एक नायक के रूप में उनकी स्थिति को मजबूत किया।
- राजनीतिक प्रभाव: अमेरिका और अन्य देशों ने हिजबुल्लाह को आतंकवादी संगठन घोषित कर दिया लेकिन इसके बाद भी नसरल्लाह ने लेबनान में महत्वपूर्ण राजनीतिक शक्ति बनाए रखी है।
- बेटी की मौत से टूटा: दुनिया में ताकतवर नेतृत्वकर्ता के रूप में उभर रहा नसरल्लाह को 1997 में बड़ा झटका लगा। नसरल्लाह की सबसे बड़े बेटे हादी 1997 में इजरायली सेना के खिलाफ लड़ाई में मारी गई। इससे नसरल्लाह काफी टूट गया जिसका उसके व्यक्तिगत और राजनीतिक जीवन पर प्रभाव पड़ा।
- भाषण कला में माहिर: नसरल्लाह भाषण कला में माहिर था। उसे लाखों अनुयायी थे जिनको वह अपने स्पीच के माध्यम से मोटिवेट करता था। वह अज्ञात स्थानों से वीडियो जारी करता था।
- रीजनल अलायंस: हिजबुल्लाह नेता नसरल्लाह का ईरान और हमास सहित कई आतंकवादी ग्रुप्स के साथ काफी मजबूत रिश्ता था। इजरायल के खिलाफ वह मोर्चा लेने वाले ग्रुप का प्रमुख सदस्य था। गाजा में इजरायली हमले का हिजबुल्लाह ने जमकर प्रतिरोध किया।
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