सार

द्वितीय विश्वयुद्ध में लड़ने वाले बहादुर भारतीय सैनिकों के सम्मान में इटली में स्मारक बनाया गया है। इटली में भारत की एम्बेसेडर ने वीसी यशवंत घाडगे सूंडियाल मेमोरियल का उद्घाटन किया। इस लड़ाई में कुल 5782 भारतीय जवान शहीद हुए थे।

 

वर्ल्ड न्यूज। द्वितीय विश्व युद्ध में इटली की तरफ से 50 हजार से भी अधिक भारतीय सैनिकों ने हिस्सा लिया था। इटली में दिये गए 20 विक्टोरिया क्राॅस में से 6 भारतीय सैनिकों को प्रदान कर सम्मानित किया गया था। सेकेंड वर्ल्ड वॉर में इतावली मिशन में लड़ने वाले भारतीय सैनिकों और विक्टोरिया क्रॉस से सम्मानित नायक   यशवंत घाडगे को श्रद्धांजलि देने के लिए इटली में वीसी यशवंत घाडगे सूंडियाल मेमोरियल बनाया गया है।

वीसी यशवंत घाडगे सूंडियाल मेमोरियल का उद्घाटन
इटली में भारत की राजदूत नीना मल्होत्रा ने वीसी यशवंत घाडगे सूंडियाल मेमोरियल का उद्घाटन किया। इस मौके पर बड़ी संख्या में इतालवी नागरिक, विशिष्ट अतिथि और इतालवी सशस्त्र बलों के सदस्य मौजूद थे। इटली की ओर से लड़ते हुए द्वितीय विश्व युद्ध में 5,782 भारतीय सैनिक शहीद हुए थे। युद्ध में 23 हजार 722 भारतीय सैनिक घायल भी हुए थे। 

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मेमोरियल में लगी धूपघड़ी
डिफेंस मिनिस्ट्री ने कहा है कि स्मारक में एक जीवंत धूपघड़ी स्थापित की गई है। इसका आइडियल सेटेंस 'ओमींस सब ईओडेम सोल' है जिसका अर्थ है हम सभी एक ही सूर्य के नीचे रहते हैं। इटली की ओर से लड़ते हुए नायक यशवन्त घाडगे ऊपरी तिबर घाटी की ऊंचाइयों पर दुश्मन का सामने करते हुए शहीद हो गए थे। 

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द्वितीय विश्व युद्ध 1939 में शुरू हुआ था और करीब 6 साल तक चला था। 1945 में जाकर विश्व युद्ध की समाप्ति की घोषणा की गई थी। द्वितीय विश्वयुद्ध के समय भारत में ब्रिटिश शासन लागू था। इसलिए आधिकारिक रूप से भारत ने भी नाजी जर्मनी के खिलाफ 1939 से युद्ध का ऐलान कर दिया था। ब्रिटिश राज ने 20 लाख से अधिक सैनिक युद्ध के लिए भेजा जिन्होने ब्रिटिश कमांड के अधीन एक्सिस पावर के खिलाफ लड़ा था।