सार

लेबर पार्टी के नेता किएर स्टारमर (Keir Starmer) चुनाव में मिली जीत के बाद यूके के नए पीएम बनने जा रहे हैं। उन्होंने भारत के साथ संबंधों को आगे बढ़ाने का वादा किया है।

नई दिल्ली। यूके में हुए चुनाव में लेबर पार्टी (Labour Party) को बड़ी जीत मिली है। इसके साथ ही लेबर पार्टी के नेता किएर स्टारमर (Keir Starmer) का ब्रिटेन का अगला प्रधानमंत्री बनना तय हो गया है। आइए देखते हैं कि भारत के लिए सत्ता परिवर्तन का क्या मतलब है? क्यों स्टारमर ने कश्मीर पर अपनी पार्टी का रूख बदला है?

किएर स्टार्मर के पीएम बनने का भारत के लिए क्या है मतलब?

यूके और भारत के संबंध पिछले कुछ वर्षों में बेहतर हुए हैं। अब यूके में सत्ता परिवर्तन हुआ है तो इसपर भारत की नजर है। स्टारमर की विदेश नीति के एजेंडे में प्रमुख पहलू भारत के साथ संबंधों को मजबूत करना होगा। उन्होंने अपनी लेबर पार्टी की ऐतिहासिक गलतियों (खासकर कश्मीर जैसे मुद्दों पर) को स्वीकार किया है। स्टारमर ने भारत के साथ एक नई रणनीतिक साझेदारी बनाने का संकल्प लिया है। भारत के साथ मुक्त व्यापार समझौते (FTA) और टेक्नोलॉजी, सुरक्षा, शिक्षा और जलवायु परिवर्तन जैसे मुद्दों पर वह द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाना चाहते हैं। अपने घोषणापत्र में उन्होंने भारत के साथ "नई रणनीतिक साझेदारी" को आगे बढ़ाने का वादा किया था। उन्होंने भारत के साथ व्यापार समझौता करने पर भी जोर दिया था।

कश्मीर मुद्दे पर भारत विरोधी था लेबर पार्टी का रुख

लेबर पार्टी को कश्मीर मुद्दे पर अपने रुख के लिए आलोचना का सामना करना पड़ा है। इस मामले में उनका रुख भारत विरोधी थी। यूके सरकार का स्टैंड है कि कश्मीर भारत और पाकिस्तान के बीच एक द्विपक्षीय मामला है। वहीं, लेबर पार्टी का कहना था कि कश्मीर मामले का हल कश्मीरियों के आत्मनिर्णय के आधार पर होना चाहिए।

2019 में जेरेमी कॉर्बिन के नेतृत्व में लेबर पार्टी ने कश्मीर में अंतरराष्ट्रीय पर्यवेक्षकों के प्रवेश की वकालत करते हुए आपातकालीन प्रस्ताव पारित किया था। इसमें कॉर्बिन से कहा गया था कि वह भारत और पाकिस्तान के उच्चायुक्तों से बातचीत करें। वह दोनों देशों के बीच संभावित परमाणु तनाव को कम करने और शांति बहाल करने का आग्रह करें। भारत सरकार ने इस प्रस्ताव की निंदा की थी। इसे वोट बैंक की राजनीतिक के लिए उठाया गया कदम बताया था।

किएर स्टार्मर ने कश्मीर पर क्यों बदला लेबर पार्टी का रुख?

किएर स्टारमर के नेतृत्व में लेबर पार्टी ने विवादास्पद कश्मीर मुद्दे पर अपना रुख बदला। लेबर पार्टी ने महसूस किया कि भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है। भारत के साथ करीबी संबंध समय की मांग है। स्टारमर ने अपने घोषणापत्र में भारत के साथ "नई रणनीतिक साझेदारी" को आगे बढ़ाने का वादा किया है।

भारतीय प्रवासियों के साथ बातचीत और सार्वजनिक सभा में स्टार्मर ने माना कि कश्मीर भारत का अभिन्न मुद्दा है। उन्होंने दोहराया कि इसे भारत और पाकिस्तान के बीच ही सुलझाया जाना चाहिए।