जर्मनी की मशहूर केसलर जुड़वां बहनों का 89 साल की उम्र में निधन हो गया। 1950-60 के दशक में एक्टिंग व सिंगिंग से प्रसिद्ध इन बहनों ने मेडिकल सहायता से एक साथ अपनी ज़िंदगी खत्म की। वे एक-दूसरे के बिना नहीं जीना चाहती थीं।

एक्टिंग, सिंगिंग और डांसिंग से पूरे यूरोप में मशहूर हुईं जर्मनी की जानी-मानी जुड़वां बहनों ने 89 साल की उम्र में एक साथ दुनिया को अलविदा कह दिया है। उनकी मौत ने यूरोप की कला दुनिया को सदमे में डाल दिया है। केसलर ट्विन्स के नाम से मशहूर ऐलिस और एलेन केसलर ने एक-दूसरे की मदद करते हुए एक साथ मौत को गले लगा लिया। उनकी दुखद मौत की खबर की पुष्टि मंगलवार को जर्मन सोसाइटी फॉर ह्यूमन डाइंग (DGHS) ने की, जैसा कि अंग्रेजी मीडिया CNN ने रिपोर्ट किया है। यह कला जोड़ी ग्रूनवाल्ड में एक साथ रहती थी।

केसलर जुड़वां बहनों के साथ क्या हुआ?

1950 और 60 के दशक में, युद्ध के बाद के दौर में, इन केसलर जुड़वां बहनों ने अपने डांस और सिंगिंग से यूरोप के लोगों का मनोरंजन किया था और उसी दौरान उन्हें खूब शोहरत मिली। एक साल पहले उन्होंने जर्मन सोसाइटी फॉर ह्यूमन डाइंग से संपर्क किया था। DGHS के प्रवक्ता वेगा वेट्ज़ेल ने मीडिया को बताया कि उनकी अचानक मौत का कारण अभी पता नहीं चला है।

एक साथ मरने की उनकी इच्छा एक लंबे समय से सोची-समझी योजना थी और यह फैसला किसी भी मानसिक परेशानी से पूरी तरह आज़ाद था। केसलर बहनें अब और जीना नहीं चाहती थीं और उन्होंने एक साथ अपनी ज़िंदगी खत्म करने का फैसला किया, जिसके लिए उन्होंने मेडिकल सहायता चुनी। जर्मन अखबार 'बिल्ड' की रिपोर्ट के मुताबिक, उनकी मौत की प्रक्रिया पूरी होने के बाद अधिकारियों को जानकारी दी गई।

पिछले साल इटालियन अखबार 'कोरिएरे डेला सेरा' को दिए एक इंटरव्यू में इन जुड़वां बहनों ने एक साथ मरने की अपनी इच्छा के बारे में खुलकर बात की थी। वे चाहती थीं कि दोनों एक ही दिन साथ में इस दुनिया से जाएं। उन्होंने कहा था, "हममें से किसी एक का पहले मर जाना, यह सोचना भी बहुत मुश्किल है।" उसी समय उन्होंने यह भी इच्छा जताई थी कि उनकी राख को उसी जगह दफनाया जाए, जहां उनकी मां एल्सा और उनके कुत्ते येलो को दफनाया गया था। कई दशकों तक यूरोप में कला प्रेमियों का मनोरंजन करने वाली इस सीनियर कला जोड़ी की मौत पर कई लोगों ने दुख जताया है।