सार

लाहौर पुलिस ने पाकिस्तान के तहरीक-ए-इंसाफ के 700 से अधिक नेताओं की विदेश यात्रा पर रोक लगाने की मांग की है।

इस्लामाबाद: पाकिस्तान में पंजाब सरकार ने दंगों और आगजनी में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई तेज करने का फैसला किया है। इसके चलते लाहौर पुलिस ने पाकिस्तान के तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के 700 से अधिक नेताओं नाम फेडरल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (FIA) को भेजे हैं। पुलिस ने एक महीने के लिए इन सभी नेताओं की विदेश यात्रा पर बैन लगाने की मांग की है।

बता दें कि पीटीआई अध्यक्ष इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद 9 मई को हुई हिंसा में कथित रूप से शामिल होने को लेकर पीटीआई के 746 नेता और कार्यकर्ता सरकार के रडार पर हैं। पुलिस ने FIA से रिक्वेस्ट की है कि इन नेताओं के नामों को प्रोविजनल नेशनल आइडेंटिफिकेशन लिस्ट (PNIL) में शामिल किया जाए। PNIL अस्थायी रूप से लोगों को विदेश यात्रा करने से रोकता है।

सीसीटीवी कैमरों और वीडियो क्लिप से हुई PTI नेताओं की पहचान

FIA को भेजी गई लिस्ट में फैशन डिजाइनर खदीजा शाह, पीटीआई के वरिष्ठ नेता शफकत महमूद, इमरान खान के भतीजे हसन नियाजी और पीटीआई के समर्थक सनम जावेद खान के नाम शामिल हैं। पुलिस ने सीसीटीवी कैमरों, वीडियो क्लिप, नादरा के डेटाबेस, खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट और अन्य स्रोतों से प्राप्त फुटेज के जरिए इन पीटीआई नेताओं की पहचान की और उनकी यात्रा पर प्रतिबंधों लगाने का प्रस्ताव दिया गया है।

30 दिन तक विदेश जाने पर लग सकती है रोक

एफआईए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने डॉन को बताया कि गृह मंत्रालय के पास किसी व्यक्ति को विदेश जाने से रोकने के लिए तीन विकल्प हैं। इनमें एग्जिट कंट्रोल लिस्ट (ECL), पासपोर्ट कंट्रोल लिस्ट (PCL) और PNIL शामिल हैं।उन्होंने कहा कि PNIL यात्रा बैन करने का प्रारंभिक चरण होता है जिसमें 30 दिनों के लिए यात्रा प्रतिबंध लगायाजाता है।

पीटीआई नेताओं पर शिकंजा कस रही है पुलिस

बता दें कि पुलिस पीटीआई नेताओं पर लगातार शिकंजा कस रही है। इसके चलते पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी को मंगलवार को रावलपिंडी की अदियाला जेल से रिहा होने के कुछ मिनट बाद फिर से गिरफ्तार कर लिया गया है। इसके अलावा पुलिस ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) अन्य नेता मुसर्रत जमशेद चीमा को भी दोबारा गिरफ्तार कर लिया है।

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