सार

लेबनान में बुधवार को हुए सीरियल ब्लास्ट में 9 लोगों की मौत हो गई, वहीं 300 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं। धमाके वॉकी-टॉकी, लैपटॉप और मोबाइल में हुए हैं।

लेबनान में धमाके। लेबनान में एक बार फिर बुधवार (18 सितंबर) को सीरियल ब्लास्ट के मामले सामने आए है। जहां 9 लोगों की मौत की खबर है। बता दें कि बीते मंगलवार को एक साथ 5000 हजार पेजर्स में ब्लास्ट हुए थे। वहीं आज वॉकी-टॉकी धमाका हो गया, जो एक वायरलेस कम्युनिकेशन डिवाइस है। इसके अलावा लैपटॉप, वाकी-टॉकी और मोबाइल में भी ब्लास्ट हुए हैं। BBC की रिपोर्ट के मुताबिक इस नए घटना में 10 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। जबकि 300 से ज्यादा घायल हो चुके हैं।

बता दें कि जब वॉकी-टॉकी में धमाका हुआ तब हिज्बुल्लाह के कमांडरों ने हाथों में ही डिवाइस थी। इसे भी पेजर्स की तरह ही 5 महीने पहले खरीदा गया था। अंग्रेजी न्यूज वेबसाइट रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, वॉकी-टॉकी समेत अन्य न्यू डिवाइस से जुड़ी घटना राजधानी बेरूत के दक्षिणी उपनगरों में हुए हैं। स्थानीय टीवी चैनल अल हदथ के अनुसार रेडियो धमाकों में 300 में से कम से कम 100 लोग घायल हुए हैं।

हिज्बुल्लाह के लड़ाकों ने दागे रॉकेट

बीते दिनों पेजर्स हमले को लेकर लेबनान ने इजरायल पर आरोप लगाया था। इसके बाद आज बुधवार को हिज्बुल्लाह के लड़ाकों ने इजरायल के किरयात शमोना पर करीब 20 रॉकेट दाग चुका है। हमले को लेकर IDF ने बयान जारी कर कहा कि उन्होंने दुश्मनों के कई हमलों को नाकाम कर दिया है। कोई भी घायल नहीं हुआ। हालांकि, हिज्बुल्लाह अटैक की जिम्मेदारी ली और कहा कि उन्होंने इजरायली सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया था।

इजरायल ने सीमा पर 20 हजार सैनिक तैनात किए

बता दें कि पेजर्स हमले के बाद इजरायल पर लेबनान ने पहली बार रॉकेट हमला किया था। हालांकि, उसके बाद फिर से बेरूत में हुए अचानक सीरियल ब्लास्ट ने तनाव पैदा कर दिया है। पहले से ही सीमा पार हो रहे जंग की वजह से दोनों के बीच झड़प की खबरें आ रही थी। इसके बाद 2 दिन से हो रहे हमले से स्थिति खराब होते जा रही है। इसी को ध्यान में रखते हुए इजरायल ने अपने सीमा की सुरक्षा बढ़ाने का फैसला लिया और 20 हजार सैनिकों को तैनात कर दिया।

ये भी पढ़ें: क्या होता है पेजर? जिसने लेबनान में मचाई तबाही, कैसे करता है काम?