सार

कनाडा के एक हिंदू मंदिर में राष्ट्रपति महात्मा गांधी की प्रतिमा का स्वरूप बिगाड़ने का मामला सामने आया है। भारतीय हाई कमीशन ने कनाडा सरकार से मामले की शिकायत की है। साथ ही कहा है कि इस कृत्य से भावनाओं को गहरी चोट लगी है। 

नई दिल्ली. कनाडा के हिंदू मंदिर में महात्मा गांधी की प्रतिमा का स्वरूप बिगाड़े जाने पर इंडियन हाई कमीशन ने मामले की जांच के लिए कनाडा सरकार से संपर्क किया है। हाई कमीशन ने ट्वीट किया कि इस घृणास्पद कृत्य ने भावनाओं को गहरी चोट पहुंचाई है। कनाडा के एक हिंदू मंदिर में महात्मा गांधी की प्रतिमा को बुधवार (13 जुलाई 2022) को क्षतिग्रस्त किया गया है। 

स्थानीय पुलिस ने कहा कि ओंटारियो प्रांत के रिचमंड हिल शहर में हिंदू विष्णु मंदिर है। इसमें महात्मा गांधी की 5 फीट उंची प्रतिमा भी लगाई गई है। मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि महात्मा गांधी की मूर्ति पर बलात्कारी और खालिस्तान जैसे शब्द लिखे गए हैं। करीब तीन दशक पुराने इस शांति पार्क में महात्मा गांधी की प्रतिमा स्थापित है। घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भारत ने कहा है कि बर्बरता के इस आपराधिक और घृणित कार्य की वजह से कनाडा में रहने वाले भारतीय समुदाय की भावनाओं का गहरी ठेस पहुंची है। 

भारत के महावाणिज्य दूतावास ने ट्वीट किया कि हम रिचमंड हिल में विष्णु मंदिर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के अपमान से व्यथित हैं। बर्बरता के इस आपराधिक कृत्य ने कनाडा में भारतीय समुदाय की भावनाओं को गहरा ठेस पहुंचाई है। हम इस घृणा अपराध की जांच के लिए कनाडा के अधिकारियों के संपर्क में हैं। वहीं ओटावा में भारतीय उच्चायोग ने भी इस घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त की है और कहा कि वे घृणा अपराध से गहरा दुख पहुंचा है। इससे भारतीय समुदाय को आतंकित करने की कोशिश की गई है। एक अन्य ट्वीट में कहा गया है कि हम इस घृणा अपराध से बहुत दुखी हैं। इससे यहां भारतीय समुदाय में असुरक्षा और चिंता बढ़ गई है। हमने जांच के लिए कनाडा सरकार से संपर्क किया है और अपराधियों को न्याय के कटघरे में खड़ा करने की अपील की है। 

न्यूयार्क में भी तोड़ी गई थी गांधी प्रतिमा
इससे पहले फरवरी 2022 में अमेरिका के न्यूयार्क के मैनहटन में महात्मा गांधी की प्रतिमा तोड़ी गई थी। भारत ने इस पर सख्त एक्शन की मांग की थी। जानकारी के अनुसार तब महात्मा गांधी की आदमकद कांस्य प्रतिमा को असामाजिक तत्वों ने काफी नुकसान पहुंचाया था। यह गांधी प्रतिमा 1986 में पहली बार स्थापित की गई थी। गांधी मेमोरियल फाउंडेशन ने 8 फीट की यह प्रतिमा दान दी थी और गांधी जी की 117वीं जयंती पर इसे स्थापित किया गया था। 

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