महिलाओं के लिए जहन्नुम से कम नहीं हैं दुनिया के ये कुछ देश
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लैंगिक असमानता, महिलाओं पर अत्याचार के मामले लगातार बढ़ रहे हैं और इन देशों में दक्षिण अफ्रीका भी शामिल है. इसे महिलाओं के लिए सबसे खतरनाक देश कहा जाता है. महिलाओं की सुरक्षा के मामले में देश गंभीर समस्याओं का सामना कर रहा है. कुछ संस्थाओं की रिपोर्ट के अनुसार केवल 25% महिलाएं ही अकेले बाहर घूमना सुरक्षित मानती हैं. यहां महिलाओं पर यौन उत्पीड़न, मानव तस्करी के खतरे ज्यादा हैं.
महान सांस्कृतिक विरासत, विविध भौगोलिक परिस्थितियों वाला भारत भी महिलाओं की सुरक्षा के मामले में एक बड़ी चुनौती बना हुआ है. यहां महिलाओं पर यौन हिंसा के मामले अधिक आते हैं. इसके अलावा भारतीय महिलाएं मानव तस्करी, जबरन मजदूरी और अन्य तरह के शोषण का सामना कर रही हैं. माना जाता है कि महिलाओं की सुरक्षा से जुड़े सख्त कानूनों का अभाव ही इसका कारण है. उचित सुरक्षा न होने के कारण न केवल नौकरीपेशा, व्यवसाय करने वाली महिलाओं बल्कि गृहिणियों को भी कई तरह की सावधानियां बरतनी पड़ती हैं.
तालिबान के सत्ता में आने के बाद से अफगानिस्तान में महिलाओं की स्थिति दयनीय हो गई है. महिलाओं को स्वतंत्रता, स्वास्थ्य सेवा, आर्थिक अवसरों पर भारी प्रतिबंधों का सामना करना पड़ रहा है. घरेलू हिंसा, अन्य प्रकार के यौन शोषण का शिकार हो रही हैं. देश में तनावपूर्ण स्थिति, राजनीतिक अस्थिरता महिलाओं की स्थिति को दिन-ब-दिन बदतर बना रही है. यही कारण है कि अफगानिस्तान दुनिया के उन देशों में से एक है जहां महिलाओं के लिए सबसे ज्यादा खतरा है.
लगातार तनावपूर्ण हालात, हानिकारक सांस्कृतिक प्रथाओं के कारण सोमालिया की महिलाएं दयनीय जीवन जीने को मजबूर हैं. स्वास्थ्य सेवा, आर्थिक संसाधनों की उपलब्धता बेहद सीमित है. यहां की प्रथाओं के चलते महिलाओं को शारीरिक शोषण का शिकार होना पड़ता है. कानून व्यवस्था का अभाव, लैंगिक भेदभाव, अत्याचार चरम पर होने के कारण सोमालिया महिलाओं के लिए बेहद खतरनाक जगह है.
कांगो को महिलाओं के लिए सबसे खतरनाक देश कहा जाता है. महिलाओं पर अत्याचार, भेदभाव इस देश में बहुत ज्यादा है. इस देश की महिलाएं दयनीय स्थिति का सामना कर रही हैं.
यमन में वर्षों से चल रहे गृहयुद्ध के कारण महिलाओं की स्थिति दयनीय हो गई है. यहां महिलाओं को स्वास्थ्य के साथ-साथ सामाजिक सुरक्षा भी नहीं है. ऐसे देश में महिलाओं की आर्थिक आजादी की बात ही बेमानी है. यहां के रीति-रिवाज भी महिलाओं पर अत्याचार का कारण बनते हैं.