Mumbai Shipping fraud: मुंबई में 18 करोड़ का शिपिंग फ्रॉड क्या सिर्फ शुरुआत है? FIR में भारत–दुबई कंपनियों के लिंक, फर्जी कंटेनर ऑर्डर और फंड डायवर्जन की परतें खुलनी बाकी हैं। क्या जांच में बड़ा इंटरनेशनल नेटवर्क सामने आएगा?

मुंबई। मुंबई में दर्ज हुआ 18 करोड़ रुपये का शिपिंग फ्रॉड मामला अब एक बड़ी इंटरनेशनल जांच का रास्ता खोल रहा है। मुंबई पुलिस की इकोनॉमिक ऑफेंस विंग (EOW) ने भारतीय और दुबई की कई कंपनियों के खिलाफ यह केस दर्ज किया है, जिसमें फर्जी कंटेनर रिलीज ऑर्डर, फंड डायवर्जन, और फर्जीवाड़े से कमाई जैसे गंभीर आरोप शामिल हैं। इस केस ने मुंबई के लॉजिस्टिक्स सेक्टर में हलचल मचा दी है, क्योंकि शुरुआती जांच में ऐसे कई एंगल सामने आए हैं, जो संकेत देते हैं कि यह सिर्फ एक कंपनी का फ्रॉड नहीं, बल्कि एक बड़ा नेटवर्क हो सकता है। EOW की टीम इस समय फाइनेंशियल ट्रेल खंगाल रही है कि पैसा कहां भेजा गया और किन विदेशी खातों में जमा हुआ।

क्या मुंबई का 18 करोड़ शिपिंग फ्रॉड इंटरनेशनल नेटवर्क से जुड़ा है?

FIR के अनुसार, यह धोखाधड़ी 22 अप्रैल 2025 से लेकर अब तक होती रही। यह केस विशाल पंकज मेहता द्वारा दर्ज कराया गया था, जो रुषभ सीलिंक एंड लॉजिस्टिक्स प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर हैं। उन्होंने बताया कि दुबई की Aladdin Express DMCC, भारत की ALX Shipping Agencies India Pvt. Ltd., और अन्य कंपनियों के अधिकारियों ने मिलकर एक संगठित तरीके से धोखाधड़ी की। शिकायत के मुताबिक, कंपनियों ने कई फर्जी कंटेनर रिलीज ऑर्डर जारी किए और बिजनेस डील के नाम पर बड़ी रकम इकट्ठी की। बाद में ये कमिटमेंट पूरे नहीं किए गए।

किस तरह हुआ 18.33 करोड़ का फंड डायवर्जन?

जांच में सामने आया कि आरोपियों को अलग-अलग पोर्ट अथॉरिटीज़ के बकाया बारे में पूरी जानकारी थी। इसके बावजूद उन्होंने शिकायतकर्ता को कई मौकों पर डालर में रकम देने के लिए मजबूर किया। यह भी पता चला कि पैसा बिजनेस में लगाने की बजाय निजी फायदे और गलत कामों में उपयोग किया गया। अधिकारियों को शक है कि यह रकम विदेश में कई खातों में भेजी गई हो सकती है। इसलिए मनी-लॉन्ड्रिंग की जांच भी शुरू हो सकती है।

किन अधिकारियों और कंपनियों पर FIR दर्ज हुई?

  • FIR में इन प्रमुख अधिकारियों और कंपनियों को आरोपी बनाया गया है:
  • संदीप बख्शी-CEO, ALX शिपिंग एजेंसीज़ इंडिया प्राइवेट लिमिटेड
  • विकास खान-डायरेक्टर, अलादीन एक्सप्रेस DMCC
  • अली खान-CEO, अलादीन एक्सप्रेस DMCC
  • भारतीय और विदेशी एसोसिएटेड कंपनियां (Indian & Foreign Associated Companies)

सूत्रों के मुताबिक, जांच में आगे Hutchison Port और अन्य विदेशी कंपनियों की भूमिका भी सामने आ सकती है।

कितना बड़ा हो सकता है घोटाला?

अधिकारियों का कहना है कि जांच के आगे बढ़ने पर 18.33 करोड़ की यह रकम और भी ज्यादा हो सकती है। कई लेन-देन अभी भी वेरिफिकेशन में हैं और कई नए नाम सामने आ सकते हैं। । जैसे-जैसे फाइनेंशियल ट्रेल खुलता जाएगा, रकम इससे कहीं ज्यादा निकल सकती है।