विदेश मंत्री एस जयशंकर ने गुरूवार को सार्क (SAARC) विदेश मंत्रियों की अनौपचारिक बैठक में बिना पाकिस्तान का नाम लिए आतंकवाद पर निशाना साधा है। इसमें जयशंकर ने सीमा पार से जारी आतंकवाद का मुद्दा उठाया। विदेश मंत्री ने यह भी कहा कि सार्क के सामने तीन सबसे बड़ी चुनौतियां सीमापार से आतंकवाद, व्यापार में बाधा, कनेक्टिविटी में रुकावट हैं जिन्हें दूर करने के लिए सार्क देशों को कड़े फैसले लेने होंगे। CICA के एक जवाब में मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तान को भारत के आंतरिक मामलों में दखल देने की जरूरत नहीं है। केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर और लद्दाख भारत के अभिन्न अंग हैं और हमेशा रहेंगे।