कोरोना के संक्रमण से जूझ रहे ब्रिटेन के प्रधानंत्री बोरिस जॉनसन को लेकर नया खुलासा हुआ है। दावा किया जा रहा है कि जॉनसन मौत के बेहद करीब थे। लेकिन डॉक्टरों ने उनकी जान बचा ली। जिसके बाद पीएम अस्पताल से ही कार्यालय का काम देख रहे हैं। वहीं, ब्रिटेन में संक्रमण का आंकड़ा 78 हजार से ऊपर है। जबकि 9 हजार 8 75 लोगों की मौत हो चुकी है।
इस्लामाबाद। बात-बात पर भारत को तबाह कर देने की धमकी देने वाले पाकिस्तान की दयनीयता, कोरोना वायरस की महामारी के बाद उजागर हो गई है। दुनिया के देश जब महामारी से लड़ने में अपने-अपने स्तर से तैयारी कर रहे हैं पाकिस्तान लगातार बड़े देशों से मदद की गुहार लगा रहा है। हैरानी की बात है कि भारत के जवाब में एटम बम बनाने वाले पाकिस्तान की क्षमता वेंटीलेटर बनाने की नहीं है। इमरान ने खुद एक बयान में इस पर अफसोस जताया। इमरान ने कहा, "हमारी बड़ी बदकिस्मती है कि हमारे मुल्क में कोई मुश्किल नहीं था ये चीजें बनाने में। लेकिन हमें ऐसी आदत पड़ी हुई है इम्पोर्ट करने की बाहर से चीजें मंगाने कि, हम ज़्यादातर इक्विपमेंट बाहर से मंगवानी पड़ती है। हम एटम बना सकते हैं तो ये चीजें क्यों नहीं बना सकते। बदकिस्मती से हमने कभी इसपर तवज्जो नहीं दी।" पंजाब में अब तक पांच हजार से ज्यादा केसेस सामने आ चुके हैं। पंजाब प्रांत की हालत सबसे ज्यादा खराब हैं यहां 2400 से ज्यादा कोरोना के मामले पुष्ट हुए हैं। सिंध में भी 1300 से ज्यादा मामले हैं। कोरोना की वजह से अब तक पाकिस्तान में 86 मौतें हुई हैं।
न्यूयॉर्क. कोरोना वायरस के कहर से दुनिया के 210 देश प्रभावित हैं। कोरोना के संक्रमण से दुनिया भर में 1 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि 18 लाख से अधिक लोग संक्रमित हैं। चीन, इटली और स्पेन के बाद अब अमेरिका में कोरोना वायरस कहर बनकर टूटा है। जिसके बाद संक्रमण और मौत के मामले में अमेरिका दुनिया का पहला देश बना गया है। जहां 5 लाख से अधिक लोग संक्रमित हैं। जबकि 20 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। अमेरिका का न्यूयॉर्क शहर कोरोना के कारण भयंकर तबाही के दौर से गुजर रहा है। तमाम मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि अमेरिका में इतनी ज्यादा मौतें हुई हैं कि लाशों को दफनाने के लिए जगह तक नहीं मिल रही है। वहां लोगों को दफनाने के लिए कब्रिस्तान कम पड़ रहे हैं। जिसका तस्वीरों में खुलासा हुआ है।
दुनिया में कोरोना का संक्रमण बढ़ता जा रहा है। दुनिया के 210 देशों में कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या 17 लाख 95 हजार तक पहुंच गई है। जबकि 1 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। अमेरिका में अब तक 20 हजार लोगों ने जान गंवाई है।
दुनिया भर में कोरोना वायरस से संक्रमित मरने वाले लोगों की संख्या शुक्रवार को एक लाख के आंकड़े को पार कर गई। इस संक्रमण के कारण इटली में 18,849 लोगों की मौत हुई हैं। यह विश्व भर में किसी देश में सबसे अधिक मौत की संख्या है।
नीदरलैंड से दिल खुश करने वाली खबर सामने आई है। यहां कोरोना की शिकार 107 साल की बुजुर्ग महिला ने कोरोना को हराया है और स्वस्थ होकर अपने घर लौटी हैं। बताया जा रहा है कि वह एक यात्रा के दौरान संक्रमण की शिकार हो गई थी। इनके साथ के 12 यात्रियों की कोरोना की वजह से मौत हो चुकी है।
पेरिस. कोरोना वायरस के संकट से पूरी दुनिया जूझ रही है। लोगों को कोरोना के दवा की तलाश है। इन सब के बीच तत्काल राहत देने के लिए इलाज के रूप में दो दवाओं की सबसे ज्यादा चर्चा हो रही है। इनका नाम हाइड्रोक्सी-क्लोरोक्वीन और एजिथ्रोमाइसिन है। इस दवा से ही फ्रांस, चीन, भारत समेत अधिकांश देशों में इलाज हो रहा है और मरीज तेजी से ठीक भी हो रहे हैं। भारत इस दवा का सबसे बड़ा उत्पादक है। जिसकी वजह से अमेरिका, ब्राजील समेत दुनिया के कई देश इस दवा की मांग कर रहे हैं।
दुनिया के 200 से ज्यादा देश कोरोना की चपेट में हैं। 1 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। लेकिन मीडिया रिपोर्ट में इन दिनों एक ऐसा देश भी चर्चा में हैं, जहां कहां जा रहा है कि कोरोना संक्रमण का एक भी मामला सामने नहीं आया। यहां तक यह देश यह भी मानने को तैयार नहीं है कि कोरोना जैसी कोई बीमारी भी है।
दुनियाभर में कोरोना का कहर जारी है। अब तक 1 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। अमेरिका, इटली, स्पेन, ब्रिटेन, जर्मनी और चीन इससे सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। कोरोना के खिलाफ जंग में मेडिकल कर्मी और डॉक्टर अहम रोल निभा रहे हैं।
वॉशिंगटन. कोरोना वायरस का कहर दुनिया के 200 से ज्यादा देशों पर है। अब तक 1 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। 16 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हैं। कोरोना वायरस के सबसे ज्यादा संक्रमित अमेरिका है। मौत और केसों के आंकड़े सबसे ज्यादा हैं। विश्व शक्ति कहा जाने वाला अमेरिका कोरोना के सामने बेबस नजर आ रहा है। ऐसे में अमेरिका के लिए एक बड़ी मुसीबत पैदा हो गई है। यह दुनियाभर के लिए भी खतरा बन सकता है।