Pakistan-China Business Crisis: चीन-पाकिस्तान का व्यापार कई वक्त से बंद है। इसके चलते खंजराब दर्रा 20 दिनों से बंद चल रहा है। ये विरोध टैक्स नीतियों के चलते किया जा रहा है। प्रदर्शनकारियों का इल्जाम है सरकार इस परेशानी को गंभीरता से नहीं ले रहा है।
पाकिस्तान और चीन के बीच यात्रा और व्यापार 20वें दिन खंजराब दर्रे के रास्ते बंद रहने वाले हैं। काराकोरम हाईवे पर चल रहे धरने के चलते ये कदम उठाया गया है। टैक्स नीतियों और सोस्ट ड्राई पोर्ट पर सीमा शुल्क निकासी रोकने के फैसले का प्रदर्शनकारी विरोध कर रहे हैं। इसके चलते अंतरराष्ट्रीय और स्थानीय व्यापार पर बुरी तरह से असर पड़ रहा है। इस पूरे मामले को लेकर प्रदर्शनकारियों का कहना है कि सरकार इस मामले को गंभीरता के साथ हल नहीं कर रही है। जबकि प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने बंदरगाह में फंसे माल को छुड़ाने और एकमुश्त माफी करने का वादा लोगों से किया था। व्यापारियों ने भी इसका विरोध जताया है।
ऐसे टैक्स वसूल करना है असंवैधानिक
इस पूरे मामले को लेकर सोस्ट शहर में ताजिर एतिहाद एक्शन कमेटी के सदस्यों ने कहा कि ये आंदोलन पीओजीबी के लोगों के संवैधानिक और कानूनी अधिकारियों की रक्षा के लिए किया जा रहा है। इसके अलावा उन्हें व्यापीर, युवा, राजनीतिक और धार्मिक संगठनों का साथ मिल रहा है। इसके अलावा प्रदर्शनकारी अब्बास मीर का ये कहना है कि पीओजीपी को पाकिस्तान की संसद में जबतक प्रतिनिधित्व हासिल नहीं होता है, तब तक उनसे इस तरह से टैक्स लेना गलत है। उन्होंने कहा कि इस तरह से टैक्स वसूल करना असंवैधानिक है।
एक साल से सोस्ट ड्राई पोर्ट पर खराब हो रहा है माल
व्यापारियों ने इस बात की जानकारी दी कि पीओजीबी की तरफ से जो कंटेनर आए हैं वो एक साल से अधिक वक्त से सोस्ट ड्राई पोर्ट पर अटके हैं और बारिश में कई लाख रुपये का माल अब तक खऱाब हो चुका है। पीओजीबी विधानसभा के विपक्षी नेता जवाद अली मनवा ने अपनी बात रखते हुए कहा कि पीओजीबी में कर लगाना पूरी तरह से गलत है। चीन के साथ मुफ्त व्यापार उनका मौलिक अधिकार है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार ने कदम नहीं उठाया तो आंदोलन और तेज होगा। पीओजीबी के सीएम हाजी गुलबार खान ने 20 सदस्यीय समिति बनाई है। ताकि व्यापार टैक्स से जुड़े मुद्दों का हल निकाला जा सकें।
