पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान की जेल में मौत की अफवाहें चल रही हैं। उनकी तीन बहनों को उनसे मिलने नहीं दिया जा रहा। ISI और सेना प्रमुख आसिम मुनीर पर हत्या की साजिश का आरोप हैं। हालांकि, सरकार ने इन दावों को खारिज किया है।
Imran Khan Latest News: जेल में बंद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की मौत के दावे किए जा रहे हैं। खासकर तब, ये बात और पुख्ता लगती है, जब इमरान खान की तीन बहनों को लंबे समय से उनसे नहीं मिलने दिया जा रहा है। इसके अलावा कई सूत्र भी दावा कर रहे हैं कि जेल में ही इमरान खान की मौत हो चुकी है और जानबूझकर पाकिस्तान सरकार और जेल प्रशासन इसकी जानकारी नहीं दे रहा है। बता दें कि इमरान खान तोशखाना केस में अगस्त, 2023 से जेल में हैं।
क्यों किए जा रहे इमरान खान की हत्या के दावे?
अफगानिस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि 72 साल के इमरान खान की जेल में होने वाले बुरे बर्ताव के कारण मौत हो चुकी है। अफगान मीडिया की रिपोर्ट में कहा गया है कि अदियाला जेल के अंदर उनकी हत्या कर दी गई। बता दें कि इससे पहले इमरान खान की तीनों बहनों नोरीन नियाजी, अलीमा खान और डॉक्टर उज्मा को उनसे मिलने की इजाजत नहीं दी गई थी। अलीमा ने कहा था कि इमरान भाई के बारे में कोई जानकारी नहीं दी जा रही और जेल प्रशासन ने उनके साथ मारपीट कर बदतमीजी की है।
ISI और पाक आर्मी चीफ आसिम मुनीर ने रची हत्या की साजिश
बलूचिस्तान के विदेश मंत्रालय ने भी दावा किया कि खान की हत्या अदलिया जेल में हुई। X पर एक पोस्ट में आरोप लगाया गया कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI और आर्मी चीफ जनरल असीम मुनीर ने PTI चेयरमैन इमरान खान की हत्या की साजिश रची थी। पोस्ट में चेतावनी दी गई, “अगर यह जानकारी सच साबित होती है, तो यह आतंकवादी पाकिस्तान का पूरी तरह से अंत होगा। जैसे ही दुनिया के सामने सच्चाई आएगी, पाकिस्तान की बची-खुची पहचान भी खत्म होने लगेगी।”
पाकिस्तान ने इमरान की मौत के दावे को बताया झूठ
पाकिस्तानी सरकार के अधिकारियों ने अफगानिस्तान टाइम्स की रिपोर्ट को खारिज किया है। साथ ही इसकी तुलना मई 2025 में इमरान खान की कथित हत्या के बारे में फैलाई गई गलत खबरों से की है। इमरान खान की हॉस्पिटल से जुड़ी एक पुरानी फोटो भी वायरल हुई है, जिसे पाकिस्तान ने फर्जी बताते हुए खारिज कर दिया गया है।
इमरान खान 'डेथ सेल' में?
अलीमा खान का आरोप है कि उनके भाई और पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को "डेथ सेल" में रखा गया है, जो आमतौर पर आतंकवादियों के लिए होती है। उनकी लीगल टीम से जुड़े एक वकील खालिद यूसुफ चौधरी के मुताबिक किताबें, जरूरी चीजें और उनकी वकीलों तक पहुंच भी रोकी जा रही है। यहां जंगल का कानून चलता है, जहां सिर्फ राज करने वाले जानवर के ही अधिकार होते हैं। किसी और के पास कोई अधिकार नहीं है।
8वीं बार भी नहीं मिल पाए खैबर-पख्तूनख्वा के सीएम
रिपोर्ट्स के मुताबिक, खैबर-पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री सोहेल अफरीदी को भी इमरान खान से मिलने की इजाजत नहीं दी गई। अफरीदी ने जेल में उनसे मिलने की लगातार 8 बार कोशिश की, लेकिन जेल अधिकारियों ने उन्हें मिलने से रोक दिया। इन सब बातों के बाद इस बात का अंदेशा लगाया जा रहा है कि कहीं वाकई में तो इमरान खान की हत्या नहीं कर दी गई।


