Pakistan Air Force Bombing: पाकिस्तान की वायुसेना ने तिराह घाटी स्थित मत्रे दारा गांव में बमबारी की जिसमें कम से कम 30 पाकिस्तानी नागरिकों की जान गई। पाकिस्तानी वायुसेना ने रविवार देर रात लड़ाकू विमानों से आठ एलएस-6 बम गिराए।
Pakistan Air Force Bombing: पड़ोसी देश पाकिस्तान से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। पाकिस्तान की वायु सेना ने अपने ही देश के नागरिकों पर बमबारी की। बताया जा रहा है कि यह हमला रविवार की तड़के करीब दो बजे किया गया। इस एयर स्ट्राइक में कम से कम 30 लोगों की मौत हो गई, सभी मृतक पाकिस्तानी नागरिक थे। साथ ही कई लोग घायल भी हुए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पाकिस्तान के लड़ाकू विमानों ने खैबर पख्तूनख्वा के तिराह घाटी में मत्रे दारा गांव पर आठ LS-6 बम गिराए, जिससे गांव में भारी तबाही मच गई। इस बमबारी में कई लोग घायल भी हुए हैं। घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा है। वहीं, बाकी लोगों को मलबे से बाहर निकालने का काम जारी है। यह घटना बताती है कि पाकिस्तान इस समय अपने अंदरूनी हालात और झगड़ों से जूझ रहा है।
कई परिवार एक साथ मलबे के नीचे दब गए
यह हमला रविवार देर रात खैबर जिले के तिराह इलाके में हुआ। स्थानीय लोगों के अनुसार, पाकिस्तानी लड़ाकू विमानों ने गांव पर बम गिराए, जिससे कई घर तबाह हो गए और लोग सोते हुए मारे गए। लोगों का कहना है कि इस हमले का सबसे बड़ा नुकसान आम नागरिकों को हुआ। सोमवार सुबह तक, परिवारों के घर मलबे में बदल चुके थे। पड़ोसी और बचावकर्मी अपने हाथों से मलबा हटाकर जीवित लोगों को बचाने और मृतकों को निकालने में जुटे थे। कई बार बच्चों को उनके माता-पिता की गोद में जख्मी या मृत पाए जाने का दृश्य बेहद दर्दनाक था। एक बचावकर्मी ने इसे दिल दहला देने वाला हादसा बताया, क्योंकि कई परिवार एक साथ मलबे के नीचे दब गए थे।
घायल लोगों में कई महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। डॉक्टरों का कहना है कि मेडिकल सुविधाओं की कमी के कारण अगर उन्हें तुरंत सही इलाज नहीं मिला, तो कुछ की जान खतरे में है। खैबर के इस दूरदराज इलाके में, जहां सड़कें संकरी हैं और सुविधाएं बहुत कम हैं, हर बीतता घंटा जीवन और मौत की लड़ाई बन गया है।
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लोगों में डर का माहौल
इस एयरस्ट्राइक ने पूरे इलाके में लोगों में डर और गुस्सा फैला दिया है।। स्थानीय लोग काफी नाराज हैं और कहते हैं कि वे अकेले महसूस कर रहे हैं। यह अकेलापन सिर्फ मेडिकल मदद की कमी के कारण नहीं है, बल्कि इस बात से भी कि इस हमले पर इस्लामाबाद की ओर से अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई। पाकिस्तान की सरकार और सेना ने इस हमले पर अब तक कोई बयान नहीं दिया है।
