सार

अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग से पहले इमरान की गिरफ्तारी तक की संभावनाएं जताई जा रही थीं। हिंसा की आशंका के बीच धारा 144 लागू कर दी गई थी, लेकिन इमरान के सिर्फ एक दांव से विपक्ष चारों खाने चित्त हो गया। अब पाकिस्तान में आम चुनाव ही विकल्प होंगे। हालांकि, विपक्ष सुप्रीम कोर्ट जाने की तैयारी में है। 

इस्लामाबाद। पाकिस्तान में सियासी संकट के बीच इमरान खान (Imran Khan) ने रविवार को फिर पासा पलट दिया। उन्होंने प्लान बी (Imran Khan plan b) आजमाया और इस प्लान ने विपक्ष को चारों खाने चित कर दिया। रविवार को पाकिस्तानी संसद में अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग होनी थी। इस दौरान इमरान सरकार के मंत्री फवाद हुसैन ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव आम तौर पर एक लोकतांत्रिक अधिकार है। संविधान के अनुच्छेद 95 के तहत अविश्वास प्रस्ताव दाखिल किया गया है, लेकिन दुर्भाग्य से ये एक विदेशी सरकार द्वारा सत्ता परिवर्तन के लिए एक प्रभावी अभियान है। डिप्टी स्पीकर ने इसे संविधान के अनुच्छेद 5 का उल्लंघन माना और प्रस्ताव को खारिज कर दिया। डिप्टी स्पीकर कासिम खान सूरी ने कहा कि यह प्रस्ताव असंवैधानिक है। इसके बाद संसद को 25 अप्रैल तक के लिए स्थगित कर दिया गया। 

इमरान ने लोगों से कहा- अगले चुनाव की तैयारी करें 
इमरान ने रविवार को संसद की कार्यवाही स्थगित होने के बाद राष्ट्र के नाम संबोधन दिया। उन्होंने कहा कि हम इंसाफ के लिए अवाम के बीच जाएंगे। इमरान ने लोगों से अपील की है कि अब वो अगले चुनाव की तैयारी करें। उन्होंने 90 दिनों के अंदर पाकिस्तान में आम चुनाव होने की बात कही। उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि देश में कौम से गद्दारी की कोशिश की जा रही थी। मुल्क से जो इतनी बड़ी साजिश की जा रही थी वो आज फेल हो गई। उन्होंने लोगों से चुनाव की तैयारी करने की अपील की।

अल्पमत में आई सरकार भी बचा ले गए इमरान 
पाकिस्तान में विपक्ष द्वारा इमरान खान के खिलाफ लाया गया अविश्वास प्रस्ताव  (Imran Khan no Confidence) इमरान के अल्पमत में होने के बाद भी खारिज हो गया। इस दौरान विपक्ष ने अपने साथ 177 सांसद होने का दावा किया था। हालांकि, शनिवार तक उनके पास 200 सांसद हो चुके थे, जबकि इमरान की बैठक में 140 सांसद ही पहुंचे थे। पाकिस्तान की 345 सदस्यीय संसद में बहुत के लिए 172 सदस्यों की जरूरत होती है। गौरतलब है कि इमरान की पार्टी पाकिस्तान तकरीक ए इंसान (PTI) के पास 156 सांसद हैं, जबकि सहयोगियों के साथ उसने 172 का बहुमत पाया था। पिछले दिनों सहयोगियों के किनारा करने के बाद इमरान सरकार अल्पमत में आ गई थी।

विपक्ष ने कहा- सुप्रीम कोर्ट जाएंगे
रविवार को अविश्वास प्रस्ताव खारिज होने और इमरान द्वारा 90 दिनों में चुनाव कराने की बात को लेकर विपक्षी पार्टियां फिर से मोर्चा खोल रही हैं। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के अध्यक्ष बिलावल भुट्‌टो का कहना है कि इमरान ने संविधान तोड़ा है। उन्होंने कहा कि विपक्षी पार्टियां इस फैसले के खिलाफ नेशनल असेंबली के अंदर धरना देंगी और सुप्रीम कोर्ट जाएंगी।  

यह भी पढ़ें Pakistan No confidence vote live : बच गई इमरान सरकार, विदेशी साजिश की आशंका में अविश्वास प्रस्ताव खारिज