सार
यह पूछे जाने पर कि एक तरफ वह कश्मीर के लोगों की आजादी की वकालत करते हैं तो दूसरी ओर PoK में उठ रही आजादी की मांगों और विरोध प्रदर्शनों को रोकने की कोशिश करते हैं? इस पर खान ने कहा, 'हम रेफरेंडम कराने के लिए तैयार हैं।
इस्लामाबाद. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान एक बार फिर विदेश में अपनी किरकिरी करवाकर चर्चा में है। कश्मीर और आर्टीकल 370 के मुद्दे पर भारत को घेरने की कोशिश करने वाले पाक प्रधानमंत्री खुद चीन में उइगर मुस्लिमों की प्रताड़ना पर अटपटा जवाब देकर हंसी का पात्र बन गए।
जर्मन समाचार संस्था डाइचे वैले (DW) को दिए एक इंटरव्यू में इमरान खान ने कश्मीर मुद्दे पर भारत सरकार को घेरा। पाकिस्तानी पीएम ने DW से कहा, 'यह हकीकत है कि दुनिया ने कभी कश्मीर पर ध्यान नहीं दिया। हॉन्ग कॉन्ग प्रदर्शन को टीवी दिखा रहा है, लेकिन कश्मीर में जो हो रहा है उस पर कोई बात नहीं करता।'
पीओके में सब ठीक है
इमरान खान ने दावा किया पाक अधिकृत कश्मीर (POK) में सब कुछ ठीक है। पीओके में ईमानदारी से इलेक्शन होते हैं, लेकिन भारत के हिस्से वाले कश्मीर में ऐसा नहीं है। वहां ना कोई जा सकता है, ना ही वहां की स्थितियां ठीक हैं।'
उइगर मुस्लिमों पर साधी चुप्पी
इमरान से पूछा गया कि जब वह भारत के मुद्दों पर इतना विरोध करते हैं तो चीन के उइगर मुस्लिमों के मुद्दे पर चुप क्यों हो जाते हैं? इस पर इमरान ने बेहद अजीब और अटपटा सा जवाब दिया। उन्होंने कहा, 'भारत में जो हो रहा है उसकी तुलना चीन में उइगरों के साथ नहीं हो सकती है। दूसरा, चीन हमारा बहुत अच्छा दोस्त रहा है। उसने हमारी सरकार को विरासत में मिले आर्थिक संकट से निकालने में मदद की है। इसलिए हम चीन के साथ संवेदनशील मुद्दों पर निजी तौर पर बात करते हैं ना कि सार्वजनिक तौर पर।'
कश्मीर के लोग तय करें भारत में रहेंगे या पाक में
यह पूछे जाने पर कि एक तरफ वह कश्मीर के लोगों की आजादी की वकालत करते हैं तो दूसरी ओर पीओके में उठ रही आजादी की मांगों और विरोध प्रदर्शनों को रोकने की कोशिश करते हैं? इस पर खान ने कहा, 'हम रेफरेंडम कराने के लिए तैयार हैं। यह कश्मीर के लोग तय करेंगे कि उन्हें आजाद रहना है या पाकिस्तान के साथ।'