सार
पाकिस्तान के फैसलाबाद में एक ईसाई पर ईशनिंदा का आरोप लगाकर भीड़ ने पांच चर्चों को तोड़ दिया और जला दिया। भीड़ ने ईसाई बस्तियों में भी लूट और तोड़फोड़ की।
इस्लामाबाद। पाकिस्तान (Pakistan) के फैसलाबाद में एक ईसाई परिवार पर ईशनिंदा (blasphemy) का आरोप लगाकर ईसाइयों पर कहर ढाया गया है। यहां उग्र भीड़ ने कम से कम पांच चर्चों में तोड़फोड़ की और उन्हें जला दिया। आसपास की ईसाई बस्तियों में भी तोड़फोड़ की गई।
यह घटना बुधवार को फैसलाबाद के जरनवाला जिले में हुई। सफाई का काम करने वाले एक ईसाई व्यक्ति पर आरोप लगाया गया कि उसने कुरान के खिलाफ अपमानजनक बात की है। इसके बाद स्थानीय मुस्लिमों ने उनके घर को तोड़ दिया। इसके साथ ही भीड़ ने इलाके के चर्चों और अन्य ईसाई बस्तियों में भी तोड़फोड़ की। इलाके में अर्धसैनिक बल रेंजर्स को तैनात किया गया है।
ईसाइयों के घरों से लूट लिए सामान
ईसाई नेता अकमल भट्टी ने कहा कि भीड़ ने कम से कम पांच चर्चों को आग लगा दी और ईसाइयों के घरों से कीमती सामान लूट लिया। सोशल मीडिया पर ऐसी तस्वीरें शेयर की गईं हैं जिनमें चर्चों की इमारतों से धुआं उठता दिख रहा है। लोग वहां से खींचे गए फर्नीचर में आग लगा रहे हैं। एक ईसाई कब्रिस्तान के साथ-साथ स्थानीय सरकारी कार्यालय में भी तोड़फोड़ की गई है।
ईसाई सफाईकर्मी का घर तोड़ा
जरनवाला के पादरी इमरान भट्टी ने पाकिस्तानी न्यूज वेबसाइट Dawn.com को बताया कि ईसा नगरी इलाके में स्थित साल्वेशन आर्मी चर्च, यूनाइटेड प्रेस्बिटेरियन चर्च, एलाइड फाउंडेशन चर्च और शहरूनवाला चर्च में तोड़फोड़ की गई है। भीड़ ने ईशनिंदा के आरोपी ईसाई सफाईकर्मी का घर तोड़ दिया है।
पुलिस ने आरोपी के खिलाफ पाकिस्तान दंड संहिता की धारा 295बी (पवित्र कुरान को अपवित्र करना आदि) और 295सी (पवित्र पैगंबर के संबंध में अपमानजनक टिप्पणियों का उपयोग आदि) के तहत केस दर्ज किया है। पंजाब सरकार ने कहा कि घटना को लेकर उच्च स्तरीय जांच के निर्देश जारी किए गए हैं।