सार

शुरुआती जांच से पता चलता है कि यह एक आत्मघाती हमला था। बलूचिस्तान के एक वरिष्ठ प्रशासन अधिकारी हाशिम घिलजई ने मरने वालों की संख्या की पुष्टि की। पाकिस्तानी सेना की जनसंपर्क शाखा ने कहा कि मंगलवार को प्रांत में सात आतंकवादी मारे गए। 

क्वेटा। दक्षिण-पश्चिमी पाकिस्तान (South western Pakistan) में एक स्थल के पास मंगलवार को हुए विस्फोट (suicide blast) में अर्धसैनिक बलों (Para Military Troops) के सात जवान मारे गए। विस्फोट जहां हुआ है, उस जगह पर पाकिस्तान के राष्ट्रपति करीब आधा घंटा से भी कम समय पूर्व वहां पहुंचे थे। आईएसआईएस समूह ने अपने टेलीग्राम चैनलों पर आत्मघाती हमले की जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि उसके एक लड़ाके ने सुरक्षा बलों को विस्फोटकों से उड़ा दिया। 

इसी समूह ने शुक्रवार को पेशावर में एक शिया मस्जिद पर हुए आत्मघाती हमले की जिम्मेदारी ली थी, जिसमें 62 लोग मारे गए थे और लगभग 200 लोग घायल हो गए थे।

सिबी जिले में हुआ विस्फोट

अधिकारियों ने कहा कि ताजा हमला सिबी जिले में हुआ है। इस विस्फोट स्थल से करीब 800 मीटर (गज) से भी कम दूरी पर पाकिस्तानी राष्ट्रपति आरिफ अल्वी दिन में एक समारोह में शामिल हुए थे। संयोग अच्छा था कि आधा घंटा से कभी कम समय पहले राष्ट्रपति कार्यक्रम स्थल से जा चुके थे। 

सात जवान मारे गए

वरिष्ठ पुलिस अधिकारी दोस्त दशती के अनुसार, अर्धसैनिक फ्रंटियर कांस्टेबुलरी के सात सदस्य मारे गए। उन्होंने एएफपी को बताया, "राष्ट्रपति के इलाके से जाने के करीब 25 मिनट बाद विस्फोट हुआ।" उन्होंने कहा कि शुरुआती जांच से पता चलता है कि यह एक आत्मघाती हमला था।

बलूचिस्तान के एक वरिष्ठ प्रशासन अधिकारी हाशिम घिलजई ने मरने वालों की संख्या की पुष्टि की। पाकिस्तानी सेना की जनसंपर्क शाखा ने कहा कि मंगलवार को प्रांत में सात आतंकवादी मारे गए। इसके अलावा, हथियारों और गोला-बारूद का एक महत्वपूर्ण जखीरा भी बरामद किया गया है, जिसका इस्तेमाल आतंकवादी गतिविधियों में किया जाना था।

पाकिस्तान का सबसे गरीब प्रांत 

बलूचिस्तान - जो ईरान और अफगानिस्तान की सीमा में है - प्राकृतिक संसाधनों की प्रचुरता के बावजूद पाकिस्तान का सबसे गरीब प्रांत है। हाल के हफ्तों में अलगाववादियों ने राज्य के सुरक्षा ठिकानों पर कई साहसिक छापे मारे हैं। पिछले महीने बलूच अलगाववादियों ने प्रांत में दो स्थानों पर चार दिन का हमला किया था, जिसमें नौ सैनिक मारे गए थे।
विद्रोहियों ने क्षेत्र में आकर्षक खनन और ऊर्जा परियोजनाओं के खिलाफ लंबे समय से नाराजगी जताते हुए कहा है कि स्थानीय लोगों को इसका लाभ नहीं दिखता है।

बीजिंग के बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव के तहत चीनी निवेश के बड़े पैमाने पर प्रवाह के बाद हाल के वर्षों में तनाव और बढ़ गया है चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे के रूप में जाने जाने वाले $54 बिलियन के कार्यक्रम के तहत चीन ऊर्जा लिंक और बुनियादी ढांचे को उन्नत कर रहा है।

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