सार

आइलैंड देश पापुआ न्यू गिनी में ज्वालामुखी विस्फोट से भारी तबाही हुई है। भारत सरकार ने इसके लिए 1 मिलियन यूएस डॉलर यानि करीब 8 करोड़ रुपए की सहायता राशि देने का ऐलान किया है।

 

Papua New Guinea. भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि ज्वालामुखी विस्फोट से संकट में घिरे पापुआ न्यू गिनी को भारत सरकार की तरफ से 1 मिलियन डॉलर यानि करीब 8 करोड़ रुपए की सहायता राशि दी जाएगी। इस द्विपीय देश में ज्वालामुखी विस्फोट की जगह से करीब 26,000 लोगों को तुरंत निकालने की कार्रवाई चल रही है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि आइलैंड पर रहने वालों की मदद के लिए भारत ने यह सहायता राशि देने का ऐलान किया है।

भारतीय विदेश मंत्रालय ने क्या कहा

विदेश मंत्रालय द्वारा जारी प्रेस रिलीज में कहा गया है कि पापुआ न्यू गिनी भारत का दोस्त देश है और कई विकास कार्यों में यह पार्टनर है। हम इंडिया-पैसिफिक आईलैंड्स कूपरेशन के तहत एक-दूसरे के प्रति सॉलिडैरिटी दिखा रहे हैं। यही वजह है कि जब कोई मित्र देश संकट में होता है तो भारत सरकार फौरन मदद के लिए आगे बढ़ जाती है। यह सहायता वहां रिलीफ सपोर्ट, पुनर्वास और रिकंस्ट्रक्शन के उद्देश्य से दिया जा रहा है। पापुआ न्यू गिनी ने भी भारत की इस सहायता को स्वीकार किया है और भारत की तारीफ की है।

20 नवंबर को हुआ ज्वालामुखी विस्फोट

जैसा कि आप जानते हैं कि बीते 20 नवंबर को पापुआ न्यू गिनी में भयंकर ज्वालामुखी विस्फोट हुआ। इसकी वजह से वहां तत्काल मानवीय सहायता की जरूरत पड़ गई। भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि वे इस तबाही में पापुआ न्यू गिनी के लोगों के साथ है, जिन्होंने तबाही की वजह से काफी कुछ नुकसान झेला है। भारत हमेशा इस देश के साथ खड़ा रहता है। प्राकृतिक आपदा के वक्त भी भारत अपने मित्र देश के साथ है। इससे पहले भी 2018 और 2019 में जब ज्वालामुखी विस्फोट हुआ था, तब भी भारत सरकार ने पापुआ न्यू गिनी की मदद की थी।

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