सार
PM Modi in Kazan: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कज़ान की दो दिवसीय यात्रा पर हैं। रूस में ब्रिक्स समिट में पहुंचे पीएम नरेंद्र मोदी ने पहले दिन प्रेसिडेंट व्लादिमीर पुतिन से द्विपक्षीय वार्ता किया। उन्होंने यूक्रेन-रूस युद्ध को शांति वार्ता से सुलझाने का सुझाव दिया। पीएम मोदी ने कहा कि मानव समाज के लिए शांति जरूरी है। भारत हर संभव शांति प्रयासों के लिए मदद के लिए तैयार है।
मैं और पुतिन लगातार एक दूसरे के संपर्क में...
पीएम मोदी ने पिछले एक साल से ब्रिक्स का नेतृत्व करने के लिए रूस को बधाई भी दी। प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले 15 वर्षों में ब्रिक्स ने अपनी छाप छोड़ी है। मैं कल ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के उत्सुक हूं। रूस और यूक्रेन संघर्ष के दौरान मैं और राष्ट्रपति पुतिन लगातार संपर्क में रहे हैं। भारत मानता है कि संघर्ष का समाधान शांतिपूर्ण होना चाहिए। हम मानव जाति को ध्यान में रखते हुए शांति और स्थिरता का समर्थन करते हैं। इस संबंध में भारत हर तरह का सहयोग देने को तैयार है।
राष्ट्रपति पुतिन ने भारत से दोस्ती के पुराने इतिहास की बात दोहरायी
राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा: इंटरगवर्नमेंटल कमीशन की अगली बैठक 12 दिसंबर को नई दिल्ली में होने वाली है। हमारी संयुक्त परियोजनाएं लगातार प्रगति कर रही हैं। कज़ान में भारतीय वाणिज्य दूतावास खोलने का फैसला भारत ने किया है। हम इसका स्वागत करते हैं। भारत की नीतियों से दोनों देशों की साझेदारी और संबंधों को लाभ मिलेगा। हम आपको और आपके प्रतिनिधिमंडल को रूस में देखकर बहुत खुश हैं।
अमेरिकी दादागिरी को खत्म करने के लिए दुनिया की आर्थिक शक्ति बनने के लिए बना था संगठन
ब्रिक्स की नींव रूस, भारत और चीन ने मिलकर रखी थी। यह दुनिया में अमेरिकी दादागिरी को खत्म करने के लिए आर्थिक संगठन है। ब्रिक्स संगठन में अब तमाम देश शामिल हो चुके हैं और यह दुनिया के तीन बड़े आर्थिक रूप से ताकतवर देशों में शामिल है। पढ़िए इस संगठन से जुड़ी दिलचस्प कहानी…