पोप को हर महीने अच्छी खासी सैलरी मिलने की उम्मीद है, अमेरिकी राष्ट्रपति जितनी! लेकिन क्या वो इसे स्वीकार करेंगे? जानिए पोप की सैलरी, सुविधाएं और वेटिकन की कमाई के बारे में.

Pope Leo XIV salary and benefits: दुनिया भर में एक अरब से ज़्यादा लोग पोप, यानी कैथोलिक चर्च के प्रमुख, को मानते हैं. वो वेटिकन सिटी-स्टेट के भी मुखिया हैं और दुनिया के मामलों में उनका काफी दबदबा है. लेकिन क्या इस ताकत का मतलब ये है कि उन्हें आर्थिक फायदा भी होता है? आइए पोप बनने पर मिलने वाली सैलरी और दूसरी सुविधाओं पर एक नज़र डालते हैं.

फॉर्च्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, पोप लियो चौदहवें, जिन्हें पहले कार्डिनल रॉबर्ट प्रीवोस्ट के नाम से जाना जाता था, को हर महीने 33,000 अमेरिकी डॉलर (लगभग 28 लाख रुपये) सैलरी मिलने की उम्मीद है. ये अमेरिकी राष्ट्रपति की सैलरी के बराबर है. इसके अलावा, पोप को कई और सुविधाएँ भी मिलती हैं, जैसे पोपमोबाइल नाम की एक खास कार, निजी दवाखाना, मुफ्त खाना और रहना.

लेकिन, इतिहास बताता है कि ज्यादातर पोप ने अपनी ऊँची सैलरी लेने से मना कर दिया है. उदाहरण के लिए, पोप लियो से पहले वाले पोप फ्रांसिस ने कोई निजी आय नहीं ली थी. अभी तक ये साफ नहीं है कि पोप लियो चौदहवें इस बारे में क्या करेंगे.

अगर कोई पोप रिटायर हो जाते हैं, तो उन्हें हर महीने 3,300 अमेरिकी डॉलर (लगभग 2.8 लाख रुपये) पेंशन मिलती है, साथ ही उन्हें रहने, खाने और घर के कामों में मदद भी मिलती रहती है. इटली के शहर रोम में बसा छोटा सा देश वेटिकन, अपनी ज़्यादातर कमाई विदेशी चंदे, निवेश, पर्यटन और म्यूजियम की टिकटों की बिक्री से करता है.